डण्डे लम्बे थे। उनके सिर अन्तर्गृह के सम्मुख के पवित्र स्थान से दिखाई देते थे, किन्तु वे बाहर से नहीं दिखाई देते थे। मंजूषा के भीतर पत्थर की दो पट्टियों के अतिरिक्त कुछ नहीं था। मूसा ने ये पत्थर की पट्टियां होरेब पर्वत पर मंजूषा के भीतर रखी थीं। ये प्रभु के विधान की पट्टियां थीं। जब इस्राएली मिस्र देश से बाहर निकले थे तब प्रभु ने उनके साथ विधान स्थापित किया था। वे आज भी वहां हैं।