27 मूसा ने उनसे कहा, ‘इस्राएल का प्रभु परमेश्वर यों कहता है : तुममें से प्रत्येक व्यक्ति अपनी कमर में तलवार बांध ले। तब पड़ाव में घूम-घूमकर एक द्वार से दूसरे द्वार पर जाकर मनुष्य का वध करे−चाहे वह उसका भाई हो, मित्र हो अथवा पड़ोसी।’
27 तब मूसा ने उनसे कहा, “मैं तुम्हें बताऊँगा कि इस्राएल का परमेश्वर यहोवा क्या कहता है ‘हर व्यक्ति अपनी तलवार अवश्य उठा ले और डेरे के एक सिरे से दूसरे सिरे तक जाये। तुम लोग इन लोगों को अवश्य दण्ड दोगे चाहे किसी व्यक्ति को अपने भाई, मित्र और पड़ोसी को ही क्यों न मारना पड़े।’”
27 उसने उन से कहा, इस्त्राएल का परमेश्वर यहोवा यों कहता है, कि अपनी अपनी जांघ पर तलवार लटका कर छावनी से एक निकास से दूसरे निकास तक घूम घूमकर अपने अपने भाइयों, संगियों, और पड़ोसियों घात करो।
27 उसने उनसे कहा, “इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यों कहता है कि अपनी अपनी जाँघ पर तलवार लटकाकर छावनी के एक निकास से दूसरे निकास तक घूम घूमकर अपने अपने भाइयों, संगियों, और पड़ोसियों को घात करो।”
27 उसने उनसे कहा, “इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है, ‘तुममें से प्रत्येक अपनी-अपनी तलवार को कमर पर बाँधे और छावनी के एक फाटक से दूसरे फाटक तक घूम घूमकर अपने भाइयों, साथियों, और पड़ोसियों को मार डाले।’ ”
27 मोशेह ने उनसे कहा, “इस्राएल का परमेश्वर, याहवेह यों कहते हैं, ‘तुममें से हर एक पुरुष अपनी-अपनी तलवार उठाए, छावनी के एक छोर से दूसरे छोर तक जाए, और जाते-जाते तुममें से हर एक व्यक्ति अपने भाई को, मित्र तथा पड़ोसी को मारता हुए जाए.’ ”
जब येहू ने अग्नि-बलि चढ़ाना समाप्त किया तब उसने अंगरक्षकों और सेना-नायकों को आदेश दिया, ‘भीतर जाओ, और बअल देवता के सेवकों का वध करो। सावधान! एक भी आदमी बचकर भाग न सके।’ अत: उन्होंने तलवार से उनको मौत के घाट उतार दिया, और उनके शव बाहर फेंक दिए। तत्पश्चात् वे बअल देवता के मन्दिर के भीतरी कक्ष में घुसे
मूसा ने कहा, ‘आज तुम में से प्रत्येक व्यक्ति ने अपने पुत्र, अपने भाई का उत्सर्ग कर प्रभु की सेवा के लिए पुरोहित पद पर स्वयं को अभिषिक्त किया है। अतएव वह आज तुमको आशिष देगा।’
मैंने सुना, प्रभु ने जल्लादों से यह कहा, ‘और तुम इसके पीछे-पीछे नगर में जाओ, और घृणित कार्य करनेवालों का वध करो। तुम उन पर दयादृष्टि मत करना। एक भी व्यक्ति तुम्हारी आंखों से बचकर भागने न पाए:
तू पत्थरों से मार-मारकर उसका वध करना, क्योंकि उसने तुझे तेरे उस प्रभु परमेश्वर से अलग करने का प्रयत्न किया था, जो तुझे मिस्र देश से, दासत्व के घर से, बाहर निकल लाया है।
‘यदि तेरा सगा भाई, अथवा तेरा पुत्र, या पुत्री अथवा तेरी प्राण-प्रिय पत्नी या तेरा अंतरंग मित्र तुझे गुप्त रूप से फुसलाए और कहे, “आओ, हम चलें और दूसरे देवताओं की पूजा करें” , जिनको न तू जानता है और न तेरे पूर्वज ही जानते थे,