Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




गिनती 30:13 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

13 ‘प्रत्‍येक मन्नत अथवा स्‍वयं को उपवास के द्वारा पीड़ित करने की प्रत्‍येक बंधनकारी शपथ का समर्थन उसका पति कर सकता है या वह उसको रद्द भी कर सकता है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

13 एक विवाहित स्त्री यहोवा को कुछ चढ़ाने का वचन दे सकती है या स्वयं को किसी चीज़ से वंचित रखने का वचन दे सकती है या वह परमेश्वर को कोई विशेष वचन दे सकती है। उसका पति उन वचनों में से किसी को रोक सकता है या पति उन वचनों में से किसी को पूरा करने दे सकता है।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

13 कोई भी मन्नत वा शपथ क्यों न हो, जिस से उस स्त्री ने अपने जीव को दु:ख देने की वाचा बान्धी हो, उसको उसका पति चाहे तो दृढ़ करे, और चाहे तो तोड़े;

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

13 कोई भी मन्नत या शपथ क्यों न हो, जिससे उस स्त्री ने अपने जीव को दु:ख देने की वाचा बाँधी हो, उसको उसका पति चाहे तो दृढ़ करे, और चाहे तो तोड़े;

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

13 हर एक संकल्प तथा हर एक वाचा जो उसने स्वयं को विनम्र रखने के लिए शुरू की है, उसके पति के द्वारा सदा के लिए रखा जा सकता है, या खत्म किया जा सकता है.

अध्याय देखें प्रतिलिपि

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

13 कोई भी मन्नत या शपथ क्यों न हो, जिससे उस स्त्री ने अपने जीव को दुःख देने की वाचा बाँधी हो, उसको उसका पति चाहे तो दृढ़ करे, और चाहे तो तोड़े;

अध्याय देखें प्रतिलिपि




गिनती 30:13
13 क्रॉस रेफरेंस  

तब मैंने अहवा नदी के तट पर सामूहिक उपवास की घोषणा की ताकि हम परमेश्‍वर के सम्‍मुख विनम्र बनें, और उससे स्‍वयं की, अपने बच्‍चों की तथा सम्‍पत्ति की रक्षा के लिए निर्विघ्‍न यात्रा की मांग करें।


परन्‍तु जब वे रोगी थे, तब मैंने पश्‍चात्ताप के लिए टाट ओढ़ा था। स्‍वयं को भूख-प्‍यास से पीड़ित किया था। मैंने नतमस्‍तक हो प्रार्थना की थी।


क्‍या मैं ऐसे उपवास से प्रसन्न होता हूं? क्‍या इस दिन उपवास करनेवाले व्यक्‍ति को अपने प्राण को कष्‍ट नहीं देना चाहिए? क्‍या सिर को झाऊ वृक्ष की तरह झुकाना, अपने नीचे राख और टाट-वस्‍त्र बिछाना, उपवास कहलाता है? क्‍या तुम इसको उपवास कहते हो? क्‍या ऐसा उपवास का दिन मुझे स्‍वीकार होगा?


‘यह तुम्‍हारे लिए स्‍थायी संविधि होगी: तुम सातवें महीने के दसवें दिन स्‍वयं को उपवास के द्वारा पीड़ित करना। उस दिन कोई भी व्यक्‍ति चाहे वह देशी हो अथवा तुम्‍हारे मध्‍य में निवास करने वाला प्रवासी हो, काम नहीं करेगा;


‘इस सातवें महीने के दसवें दिन प्रायश्‍चित्त दिवस है। वह तुम्‍हारे लिए पवित्र समारोह का समय होगा। उस दिन तुम स्‍वयं को उपवास के द्वारा पीड़ित करना और प्रभु को अग्‍नि में अर्पित बलि चढ़ाना।


वह तुम्‍हारे लिए परम विश्राम-दिवस होगा। उस दिन तुम स्‍वयं को उपवास के द्वारा पीड़ित करना। तुम उस महीने के नवें दिन की सन्‍ध्‍या से दूसरे दिन की सन्‍ध्‍या तक विश्राम-दिवस मनाना।’


‘तुम इस सातवें महीने के दसवें दिन एक पवित्र समारोह आयोजित करना। उस दिन तुम स्‍वयं को उपवास के द्वारा पीड़ित करना, और किसी भी प्रकार का कठोर परिश्रम मत करना;


परन्‍तु जिस दिन उसका पति उनके विषय में सुनता है, यदि वह उसी दिन उनको पूर्णत: रद्द कर देता है, तो मन्नत अथवा व्रत के सम्‍बन्‍ध में उसके मुंह से निकले हुए शब्‍दों का पालन अनिवार्य नहीं होगा। उसके पति ने उनको रद्द कर दिया है; अत: प्रभु उसे क्षमा करेगा।


यदि उसका पति अगले दिनों में उससे कुछ नहीं कहता है, तो वह उसकी मन्नतों तथा लिए गए व्रतों का समर्थन करता है। जिस दिन उसके पति ने उनके विषय में सुना था, उसी दिन उसने उससे कुछ नहीं कहा; इस लिए उसने उनका समर्थन किया।


फिर भी मैं आप को यह बताना चाहता हूँ कि मसीह प्रत्‍येक पुरुष के शीर्ष हैं; पुरुष अपनी पत्‍नी का शीर्ष है, लेकिन मसीह का शीर्ष परमेश्‍वर ही है।


और पुरुष की सृष्‍टि स्‍त्री के लिए नहीं हुई, बल्‍कि पुरुष के लिए स्‍त्री की सृष्‍टि हुई।


आप लोग एक-दूसरे को उस अधिकार से वंचित नहीं करें और यदि ऐसा करें, तो दोनों की सहमति से और कुछ समय के लिए, जिससे प्रार्थना का अवकाश मिले और इसके बाद पहले-जैसे रहें। कहीं ऐसा न हो कि शैतान असंयम के कारण आप को प्रलोभन में डाल दे।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों