Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




गलातियों 4:21 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

21 आप जो व्‍यवस्‍था के अधीन रहना चाहते हैं, मुझे यह बताइए : क्‍या आप यह नहीं सुनते कि व्‍यवस्‍था क्‍या कहती है?

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

21 व्यवस्था के विधान के अधीन रहना चाहने वालों से मैं पूछना चाहता हूँ: क्या तुमने व्यवस्था के विधान का यह कहना नहीं सुना।

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

21 तुम जो व्यवस्था के आधीन होना चाहते हो, मुझ से कहो, क्या तुम व्यवस्था की नहीं सुनते?

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

21 तुम जो व्यवस्था के अधीन होना चाहते हो, मुझे बताओ, क्या तुम व्यवस्था की नहीं सुनते?

अध्याय देखें प्रतिलिपि

नवीन हिंदी बाइबल

21 तुम जो व्यवस्था के अधीन होना चाहते हो, मुझे बताओ, क्या तुम व्यवस्था की नहीं सुनते?

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

21 मुझे यह बताओ: तुम, जो व्यवस्था के अधीन रहना चाहते हो, क्या तुम वास्तव में व्यवस्था का पालन नहीं करते?

अध्याय देखें प्रतिलिपि




गलातियों 4:21
16 क्रॉस रेफरेंस  

येशु ने उन्‍हें उत्तर दिया, “मूसा ने तुम्‍हें क्‍या आदेश दिया है?”


अब्राहम ने उससे कहा, ‘मूसा और नाबियों की पुस्‍तकें उनके पास हैं, वे उनकी सुनें।’


येशु ने कहा, “क्‍या तुम लोगों की व्‍यवस्‍था में यह नहीं लिखा है, ‘मैंने कहा : तुम ईश्‍वर हो’?


लोगों ने उन्‍हें उत्तर दिया, “व्‍यवस्‍था हमें यह शिक्षा देती है कि मसीह सदा रहेंगे। फिर आप यह क्‍या कहते हैं कि मानव-पुत्र को ऊपर उठाया जाना अनिवार्य है? यह मानव-पुत्र कौन है?”


यह इसलिए हुआ कि उनकी व्‍यवस्‍था का यह कथन पूरा हो जाए; ‘उन्‍होंने अकारण ही मुझ से बैर किया।’


हम जानते हैं कि व्‍यवस्‍था जो कुछ कहती है, वह उन लोगों से कहती है, जो व्‍यवस्‍था के अधीन हैं, जिससे प्रत्‍येक व्यक्‍ति का मुँह बन्‍द हो जाए और परमेश्‍वर के सामने समस्‍त संसार दण्‍ड के योग्‍य माना जाए।


आप लोगों पर पाप का कोई अधिकार नहीं रहेगा। अब आप व्‍यवस्‍था के नहीं, बल्‍कि अनुग्रह के अधीन हैं।


परन्‍तु जो व्‍यवस्‍था के कर्मकाण्‍ड पर निर्भर रहते हैं, वे शाप के अधीन हैं; क्‍योंकि लिखा है: “जो व्यक्‍ति व्‍यवस्‍था-ग्रन्‍थ में लिखी हुई सभी बातों का पालन नहीं करता रहता है, वह शापित है।”


किन्‍तु अब आप परमेश्‍वर को पहचान चुके हैं या यों कहें कि परमेश्‍वर ने आप को अपना लिया है, तो आप कैसे फिर उन अशक्‍त एवं असार तत्वों की शरण ले सकते हैं? क्‍या आप एक बार फिर उनकी दासता स्‍वीकार करना चाहते हैं?


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों