14 जो लोग सामरी राज्य के देवता अशीमा की शपथ खाते हैं, जो यह कहते हैं, ‘हे दान, तेरे जीवित देवता की कसम,’ ‘हे बएर-शेबा, तेरे इष्ट देवता की शपथ,’ उनका पतन होगा, वे फिर उठ नहीं सकेंगे।
14 उन लोगों ने शोमरोन के पाप के नाम पर प्रतिज्ञायें की। उन्होंने कहा, ‘दान तुम्हारे देवता की सत्ता निश्चित सत्य है, इससे हम प्रतिज्ञा करते हैं …, और बेर्शेबा के देवता की सत्ता निश्चित सत्य है, इससे हम प्रतिज्ञा करते है …’ अत: उन लोगों का पतन होगा और वे फिर कभी उठेंगे नहीं।”
14 जो लोग सामरिया के पाप मूल देवता की शपथ खाते हैं, और जो कहते हैं कि दान के देवता के जीवन की शपथ, और बेर्शेबा के पन्थ की शपथ, वे सब गिर पड़ेंगे, और फिर न उठेंगे॥
14 जो लोग सामरिया के पापमूल देवता की शपथ खाते हैं, और जो कहते हैं, ‘दान के देवता के जीवन की शपथ, और बेर्शेबा के पन्थ की शपथ,’ वे सब गिर पड़ेंगे, और फिर न उठेंगे।”
14 जो शमरिया के पाप की शपथ खाकर कहते हैं, ‘हे दान, तुम्हारे देवता के जीवन की शपथ,’ या, ‘बेअरशेबा के देवता के जीवन की शपथ’— वे ऐसे गिरेंगे कि फिर कभी न उठेंगे.”
14 जो लोग सामरिया के दोष देवता की शपथ खाते हैं, और जो कहते हैं, ‘दान के देवता के जीवन की शपथ,’ और बेर्शेबा के पन्थ की शपथ, वे सब गिर पड़ेंगे, और फिर न उठेंगे।”
यारोबआम ने आठवें महीने के पन्द्रहवें दिन एक यात्रा पर्व प्रतिष्ठित किया, जैसा यहूदा प्रदेश में मनाया जाता था। तत्पश्चात् उसने वेदी पर बलि चढ़ाई। ऐसा ही उसने बेत-एल नगर में किया। उसने स्वनिर्मित बछड़े की प्रतिमाओं को बलि चढ़ाई। उसने बेत-एल में पहाड़ी शिखर की वेदियों के लिए, जिनको उसने निर्मित किया था, पुरोहित नियुक्त किए।
उसने सत्तर किलो चांदी देकर शेमर से सामरी पहाड़ी को खरीदा और पहाड़ी पर किलाबन्दी की। वहाँ उसने एक नगर बसाया, और उस नगर का नाम सामरी पहाड़ी के मालिक शेमर के नाम पर ‘सामरी’ रखा।
किन्तु जैसे यारोबआम बेन-नबाट ने इस्राएली जनता से पाप करवाया था, वैसे येहू ने भी करवाया था। वह पाप-मार्ग पर चलता रहा। बेत-एल नगर और दान नगर में सोने के बछड़े की मूर्तियां प्रतिष्ठित रहीं।
किन्तु वे परमेश्वर के सन्देश-वाहकों का मजाक उड़ाते रहे। उन्होंने परमेश्वर के सन्देश को तुच्छ समझा; उसके नबियों की हंसी की। तब अन्त में प्रभु की क्रोधाग्नि अपने निज लोगों पर भड़क उठी; और उसको बुझाने का किसी में सामर्थ्य न था: कोई इलाज न रह गया।
‘यिर्मयाह, तब तू उन से यह कहना: ‘इस्राएल का परमेश्वर, स्वर्गिक सेनाओं का प्रभु यों कहता है: “पियो! मदमस्त हो जाओ, और वमन करो। मैं तुम्हारे मध्य शत्रु की तलवार भेज रहा हूं। उसके कारण भूमि पर गिर पड़ो, और फिर कभी न उठो।”
सामरी राज्य के निवासी बेत-आवेन के बछड़े की मूर्ति के लिए चिंतित हैं; बछड़े के आराधक उसके लिए शोक मना रहे हैं। पुजारी मूर्ति की महिमा के लिए विलाप कर रहे हैं; क्योंकि वह वहाँ से निष्कासित हो गई है।
सामरी राज्य ने अपने परमेश्वर से विद्रोह किया था, अत: उसे अपने कुकर्म क फल भुगतना पड़ेगा। सामरी राज्य के निवासी तलवार से मौत के घाट उतारे जाएंगे, शत्रु उनके बच्चों को भूमि पर पटकेंगे, वे गर्भवती स्त्रियों का पेट चीरेंगे।
एफ्रइम राज्य के लोग अब भी अधिकाधिक पाप कर रहे हैं। वे अपने लिए देवताओं की मूर्तियाँ ढाल रहे हैं। ये चांदी की मूर्तियाँ कलात्मक ढंग से गढ़ी गई हैं, ये कारीगरी का उत्तम नमूना हैं। लोग कहते हैं ‘इन मूर्तियों के सम्मुख बलि चढ़ाओ।’ वे बछड़े की मूर्तियों को चूमते हैं।
ओ इस्राएल प्रदेश! यद्यपि तूने मेरे साथ विश्वासघात किया, तथापि यहूदा प्रदेश अधर्म न करे। गिलगाल नगर में प्रवेश मत करो। बेत-आवेन पर पूजा के लिए मत चढ़ो। वहाँ ‘जीवित परमेश्वर की सौगन्ध’ मत लो।
पर तुम बेत-एल की वेदी को मत खोजो, और न गिलगाल की वेदी को जाओ, और न सीमा के पार बएर-शेबा को जाओ। क्योंकि गिलगाल का निष्कासन होगा, और बेत-एल खण्डहर बनेगा।’
यह सब याकूब-वंशियों के अपराध के कारण, इस्राएल-वंशियों के पाप के कारण होगा। याकूब-वंशियों का अपराध क्या है? निस्सन्देह सामरी नगर! यहूदा-वंशियों का पाप क्या है? निस्सन्देह यरूशलेम नगर!
ये अपने घर की छत पर चढ़कर आकाश की शक्तियों की पूजा करते हैं, और मिलकोम देवता के नाम पर शपथ खाते हैं। ये मेरी भी वन्दना करते हैं; और मुझ-प्रभु के नाम पर भी शपथ खाते हैं!
उसे प्रभु के मार्ग की शिक्षा मिली थी। वह आत्मिक उत्साह के साथ बोलता और येशु के विषय में सही बातें सिखलाता था, यद्यपि वह केवल योहन के बपतिस्मा से परिचित था।
किन्तु उन में कुछ लोग हठधर्मी थे और वे न केवल अविश्वासी बने रहे, बल्कि सभा में इस मार्ग की निन्दा भी करने लगे। इसलिए पौलुस ने उन से सम्बन्ध तोड़ लिया और अपने शिष्यों को वहाँ से हटा लिया। वह प्रतिदिन तुरन्नुस की पाठशाला में धर्म-चर्चा करने लगे।
“मैं आपके सामने इतना अवश्य स्वीकार करूँगा कि ये जिसे कुपंथ कहते हैं, मैं उसी मार्ग के अनुसार अपने पूर्वजों के परमेश्वर की उपासना करता हूँ; क्योंकि जो कुछ व्यवस्था तथा नबी-ग्रंथों में लिखा है, मैं उस सब पर विश्वास करता हूँ।
दमिश्क के सभागृहों के नाम पत्र माँगे, जिन में उसे यह अधिकार दिया गया कि यदि वह वहाँ इस पन्थ के अनुयायियों को पाये, तो वह उन्हें − चाहे वे पुरुष हों या स्त्रियाँ − बाँध कर यरूशलेम ले आये।
मैंने तुम्हारी पापमय वस्तु, बछड़े की मूर्ति, जिसको तुमने बनाया था, ली और उसको आग में फेंक दिया, उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए। मैंने उसको अच्छे से पीसा जब तक वह पिसकर चूर्ण न हो गई। तब मैंने उसके चूर्ण को पहाड़ से नीचे बहने वाली नदी में फेंक दिया।