19 राजा ने पूछा, ‘क्या तुम्हारी इन सब बातों में योआब का हाथ है?’ स्त्री ने उत्तर दिया, ‘मेरे स्वामी, महाराज की सौगन्ध! जो कुछ महाराज ने कहा, उसके एक अक्षर को भी मैं अस्वीकार नहीं कर सकती। महाराज का कथन अक्षरश: सच है। आपके सेवक योआब ने मुझे यह कार्य करने का आदेश दिया था। उन्होंने मुझे ये सब बातें सिखाई थीं।
19 राजा ने कहा, “क्या योआब ने ये सारी बातें तुमसे कहने को कहा है?” उस स्त्री ने जवाब दिया, “मेरे प्रभु राजा, आपके जीवन की शपथ, आप सही हैं। आपके सेवक योआब ने ये बातें कहने के लिये कहा।
19 राजा ने पूछा, इस बात में क्या योआब तेरा संगी है? स्त्री ने उत्तर देकर कहा, हे मेरे प्रभु, हे राजा, तेरे प्राण की शपथ, जो कुछ मेरे प्रभु राजा ने कहा है, उस से कोई न दाहिनी ओर मुड़ सकता है और न बाईं। तेरे दास योआब ही ने मुझे आज्ञा दी, और ये सब बातें उसी ने तेरी दासी को सिखाईं हैं।
19 राजा ने पूछा, “इस बात में क्या योआब तेरा संगी है?” स्त्री ने उत्तर देकर कहा, “हे मेरे प्रभु, हे राजा, तेरे प्राण की शपथ, जो कुछ मेरे प्रभु राजा ने कहा है, उससे कोई न दाहिनी ओर मुड़ सकता है और न बाईं ओर। तेरे दास योआब ही ने मुझे आज्ञा दी, और ये सब बातें उसी ने तेरी दासी को सिखाई हैं।
19 राजा ने पूछा, “इन सारी बातों में क्या तुम्हारे साथ योआब शामिल है?” आपके जीवन की शपथ, “महाराज मेरे स्वामी द्वारा पूछे गए प्रश्न का उत्तर निरे सत्य के अलावा कुछ और हो ही नहीं सकता. वह योआब ही थे, जिन्होंने मुझे यह सब करने का आदेश दिया था; यह सारे वक्तव्य आपकी सेविका को उन्हीं ने सुझाया था.
19 राजा ने पूछा, “इस बात में क्या योआब तेरा संगी है?” स्त्री ने उत्तर देकर कहा, “हे मेरे प्रभु, हे राजा, तेरे प्राण की शपथ, जो कुछ मेरे प्रभु राजा ने कहा है, उससे कोई न दाहिनी ओर मुड़ सकता है और न बाईं ओर। तेरे दास योआब ही ने मुझे आज्ञा दी, और ये सब बातें उसी ने तेरी दासी को सिखाई हैं।
ऊरियाह ने दाऊद को उत्तर दिया, ‘महाराज, मंजूषा तथा इस्राएल और यहूदा प्रदेशों के सैनिक झोपड़ियों में निवास कर रहे हैं। मेरे स्वामी योआब और उनके सेवक खुले मैदान में पड़ाव डाले हुए हैं। ऐसी स्थिति में मैं अपने घर जाऊं? खाऊं-पीऊं और अपनी पत्नी के साथ सोऊं? जीवन्त प्रभु की सौगन्ध! मैं यह कार्य कदापि नहीं करूँगा।’
अब्नेर हेब्रोन नगर को लौटा। योआब उससे एकान्त में बात करने के लिए उसे फाटक की पौर में ले गया। वहाँ योआब ने अपने भाई असाएल के रक्त का प्रतिशोध लेने के लिए अब्नेर के पेट में वार किया। अब्नेर तत्काल मर गया।
इस हत्या का दोष योआब और उसके समस्त पितृकुल के सिर पर पड़े। योआब का पितृकुल स्राव रोग से मुक्त न हो। उसके पितृकुल में कोढ़ी हों, बैसाखी के सहारे चलनवाले लंगड़े हों। उसके कुल के पुरुष तलवार से मारे जाएँ। उसका पितृकुल रोटी के अभाव में भूखा मर जाए।’
ओ अब्नेर, तेरे हाथ नहीं बंधे थे, न तेरे पैरों में बेड़ियाँ पड़ी थीं; फिर भी तू धराशायी हो गया, जैसे कोई व्यक्ति धोखेबाज मनुष्यों के सम्मुख होता है!’ तब लोग उसके लिए फिर रोने लगे।
एलियाह ने एलीशा से कहा, ‘प्रभु मुझे बेत-एल नगर को भेज रहा है, इसलिए तू यहीं ठहर।’ पर एलीशा ने उत्तर दिया, ‘जीवन्त प्रभु की सौगन्ध! आपके जीवन की सौगन्ध! मैं आपको कदापि अकेला नहीं छोड़ूंगा।’ अत: वे बेत-एल नगर को गए।
अत: कृपया हमें अपने देश में से होकर जाने दीजिए। हम आपके खेतों अथवा अंगूर के उद्यानों से होकर नहीं जाएंगे, और न आपके कुओं का पानी ही पीएंगे। हम केवल राजमार्ग पर जाएंगे। जब तक हम आपके राज्य-क्षेत्र को पार नहीं कर लेंगे, तब तक न दाहिने हाथ की ओर मुड़ेंगे और न बाएं हाथ की ओर।’
और जब तू दूसरे देवताओं का अनुसरण करने और उनकी पूजा करने के लिए मेरे इन वचनों से, जिनका पालन करने का आदेश आज मैं तुझे दे रहा हूँ, विमुख नहीं होगा, इनसे न दाएँ मुड़ेगा और न बाएँ।
तू साहसी और शक्तिशाली बन! जिस व्यवस्था का आदेश मेरे सेवक मूसा ने तुझे दिया है, उसका पालन कर और उसके अनुसार कार्य कर। उस व्यवस्था से न दाहिनी ओर मुड़ना, और न बायीं ओर। तब तू जहाँ-जहाँ जाएगा, वहाँ-वहाँ सफल होगा।
जब शाऊल ने देखा कि दाऊद पलिश्ती योद्धा का सामना करने जा रहा है तब उसने अपने सेनापति अब्नेर से पूछा, ‘अब्नेर, यह लड़का किसका पुत्र है?’ अब्नेर ने उत्तर दिया, ‘महाराज, आपके जीवन की सौगन्ध! मैं नहीं जानता।’
दाऊद ने शपथ खाई। उसने कहा, ‘तुम्हारे पिता यह बात अच्छी तरह जानते हैं कि मैंने तुम्हारी कृपा-दृष्टि प्राप्त की है। वह यह सोचते हैं : योनातन को निश्चय ही इस बात का पता नहीं चलना चाहिए। अन्यथा उसे दु:ख होगा। जैसे यह सच है कि प्रभु जीवित है और तुम जीवित हो, वैसे ही मेरी बात भी सच है : मेरे और मृत्यु के बीच केवल एक कदम का अन्तर रह गया है।’
अब, प्रभु के जीवन की सौगन्ध। स्वामी, आपके प्राण की सौगन्ध! प्रभु ने ही आपको हत्या के दोष से बचाया। आपको अपने हाथ से बदला लेने से रोका। प्रभु आपके सब शत्रुओं को, आपकी बुराई की ताक में रहनेवालों को, नाबाल के समान बना दे।