5 परन्तु कसदी सेना ने राजा का पीछा किया। उन्होंने राजा को यरीहो नगर के मैदानी इलाके में पकड़ लिया। राजा सिदकियाह के सैनिक उससे अलग होकर तितर-बितर हो गए।
तब शहरपनाह में दरार की गई। जब यहूदा प्रदेश के राजा सिदकियाह ने यह देखा, तब उसने और उसके सशस्त्र अंगरक्षकों ने नगर को छोड़ दिया। वे रात में दो दीवारों के मध्यवर्ती दरवाजे के मार्ग से निकल गए। यह दरवाजा राज-उद्यान के समीप था। यद्यपि कसदी सैनिक नगर को चारों ओर से घेरे हुए थे, तो भी वे यर्दन नदी की सूखी घाटी की ओर निकल गए।
मुझ-प्रभु की यह वाणी है : सुन, इसके पश्चात् मैं यहूदा प्रदेश के राजा सिदकियाह और उसके राजकर्मचारियों को, तथा नगर के उन लोगों को जो महामारी, तलवार और अकाल से बच जाएंगे, बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर के हाथ में, उनके प्राणों के खोजी, उनके शत्रुओं के हाथ में सौंप दूंगा। राजा नबूकदनेस्सर उन पर लेशमात्र भी दया नहीं करेगा। वह उनको जीवित नहीं छोड़ेगा, और न उन पर तरह खाएगा; वरन् वह उनको तलवार से मौत के घाट उतार देगा।”
प्रभु यों कहता है, ‘बुरे अंजीर फलों के समान, जो इतने बुरे हैं कि खाए भी नहीं जा सकते, मैं यहूदा प्रदेश के राजा सिदकियाह, सामंतों और यरूशलेम के बचे हुए निवासियों तथा मिस्र देश के रहनेवालों के साथ बुरा व्यवहार करूंगा।
तू उस के हाथ से बच नहीं सकेगा, वरन् निश्चय ही पकड़ा जाएगा और उसके हाथ में सौंप दिया जाएगा। तू उसको अपनी आंखों से प्रत्यक्ष देखेगा, और उससे आमने-सामने बातें करेगा। तू निस्सन्देह बेबीलोन नगर जाएगा।
किन्तु कसदी सेना ने उनका पीछा किया, और यरीहो के मैदान में सिदकियाह को पकड़ लिया। वे उसको बन्दी बना कर हमात देश के रिबला नगर में ले गए, और बेबीलोन के राजा नबूकदनेस्सर के सामने पेश किया। नबूकदनेस्सर ने वहां सिदकियाह को दण्ड दिया।
अनेक दु:ख भोगने और कठोर गुलामी के बोझ से दबने के लिए यहूदा राष्ट्र को निर्वासित होना पड़ा; अब यहूदा अनेक राष्ट्रों में भटक रहा है; उसे कहीं ठौर नहीं मिला। जब वह संकट में रहता है, तब उसका पीछा करनेवाले उसको पकड़ लेते हैं।
सियोन के निवासियों का वैभव लुट गया; उसके शासक ऐसे मेढ़ों की तरह हो गए जिन्हें चरने को चरागाह नहीं मिलते। वे निर्बल हो गए, और अपने पीछा करनेवालों के आगे-आगे भागते हुए चल रहे हैं।
उसके सैन्य-दल का प्रत्येक नायक तलवार से मौत के घाट उतारा जाएगा, और बचे हुए सैनिक सब दिशाओं में तितर-बितर हो जाएंगे। तब तुम्हें मालूम होगा कि मैं ही प्रभु हूं, जिसने यह कहा है।’