9 वे महापुरोहित हिल्कियाह के पास आए, और उसको चांदी के सिक्के दिए। यह चांदी परमेश्वर के भवन में चढ़ाई गई थी, और उपपुरोहितों ने, जो आंगन के द्वारपाल थे, मनश्शे तथा एफ्रइम गोत्र के क्षेत्रों और समस्त इस्राएल प्रदेश के बचे हुए लोगों से और यहूदा प्रदेश, बिन्यामिन कुल-क्षेत्र में रहनेवालों तथा यरूशलेम के निवासियों से उसे एकत्र किया था।
9 वे लोग महा याजक हिल्किय्याह के पास आए। उन्होंने वह धन उसे दिया जो लोगों ने परमेश्वर के मन्दिर के लिये दिया था। लेवीवंशी द्वारपालों ने यह धन मनश्शे, एप्रैम और बचे सभी इस्राएलियों से इकट्ठा किया। उन्होंने यह धन सारे यहूदा, बिन्यामीन और यरूशलेम में रहने वाले सभी लोगों से भी इकट्ठा किया।
9 सो उन्होंने हिल्किय्याह महायाजक के पास जा कर जो रुपया परमेश्वर के भवन में लाया गया था, अर्थात जो लेवीय दरबानों ने मनश्शियों, एप्रैमियों और सब बचे हुए इस्राएलियों से और सब यहूदियों और बिन्यामीनियों से और यरूशलेम के निवासियों के हाथ से ले कर इकट्ठा किया था, उसको सौंप दिया।
9 अत: उन्होंने हिल्किय्याह महायाजक के पास जाकर जो रुपया परमेश्वर के भवन में लाया गया था, अर्थात् जो लेवीय दरबानों ने मनश्शियों, एप्रैमियों और सब बचे हुए इस्राएलियों से और सब यहूदियों और बिन्यामीनियों से और यरूशलेम के निवासियों के हाथ से लेकर इकट्ठा किया था, उसको सौंप दिया।
9 उन्होंने महापुरोहित हिलकियाह से भेंट की और परमेश्वर के भवन में लाई गई धनराशि उन्हें सौप दी, जो मनश्शेह, एफ्राईम और इस्राएल के भाग से और सारे यहूदिया बिन्यामिन और येरूशलेम वासियों से लेवियों और द्वारपालों द्वारा इकट्ठा की गई थी.
9 अतः उन्होंने हिल्किय्याह महायाजक के पास जाकर जो रुपया परमेश्वर के भवन में लाया गया था, अर्थात् जो लेवीय दरबानों ने मनश्शेइयों, एप्रैमियों और सब बचे हुए इस्राएलियों से और सब यहूदियों और बिन्यामीनियों से और सब यरूशलेम के निवासियों के हाथ से लेकर इकट्ठा किया था, उसको सौंप दिया।
राजा ने महापुरोहित हिल्कियाह, उपपुरोहितों और द्वारपालों को आदेश दिया कि वे उन सब पात्रों को प्रभु के मन्दिर से बाहर निकाल दें जो बअल देवता, अशेराह देवी तथा आकाश की प्राकृतिक शक्तियों के लिए बनाए गए थे। तत्पश्चात् उसने उनको यरूशलेम नगर के बाहर किद्रोन घाटी में जला दिया, और वह उनकी राख बेत-एल की वेदी को ले गया।
अत: सन्देशवाहक एफ्रइम तथा मनश्शे के एक नगर से दूसरे नगर में पत्र देते हुए जबूलून के भूमि-क्षेत्र तक गए। किन्तु वहां के इस्राएली लोगों ने उनका मजाक उड़ाया; उनकी हंसी की। उनकी बातों को हंसी में उड़ा दिया।
विशाल जन-समूह में एफ्रइम, मनश्शे, इस्साकार और जबूलून के क्षेत्रों के बहुत लोग थे, जिन्होंने अपने को शुद्ध नहीं किया था। धर्म-व्यवस्था के निषेध करने पर भी उन्होंने अशुद्ध दशा में पास्का के मेमने का मांस खाया। राजा हिजकियाह ने उनकी क्षमा के लिए प्रभु से इन शब्दों में प्रार्थना की: ‘प्रभु भला है, वह उस व्यक्ति के अपराध क्षमा करे
पर्व के समाप्त होने के पश्चात् सब इस्राएली, जो उस समय यरूशलेम में उपस्थित थे, यहूदा प्रदेश के नगरों में गए। उन्होंने यहूदा और बिन्यामिन कुल-क्षेत्रों तथा एफ्रइम और मनश्शे गोत्र के क्षेत्रों में प्रतिष्ठित अशेराह देवी के पूजा-स्तम्भ, देवताओं की मूर्तियाँ, पहाड़ी शिखर की वेदियां तथा अन्य वेदियां ध्वस्त कर दीं। उन्होंने स्तम्भों के टुकड़े-टुकड़े कर दिए, मूर्तियों को काट दिया, मन्दिर और वेदियों को नष्ट कर दिया। तब इस्राएली राष्ट्र का प्रत्येक व्यक्ति अपने नगर को, अपने भूमि-क्षेत्र को लौट गया।
उन्होंने प्रभु के भवन की मरम्मत करवाने वाले अधिकारियों के हाथ में चांदी के सिक्के सौंप दिए। अधिकारी प्रभु के भवन में मरम्मत तथा जीर्णोद्धार करनेवालों की मजदूरी चुका देते थे।
पुरोहित हिल्कियाह तथा अन्य उच्चाधिकारी, जिनको राजा योशियाह ने भेजा था, नबिया हूल्दाह के पास गए। वह हस्रा के पौत्र और तोखत के पुत्र शल्लूम की पत्नी थी। उसका पति पुरोहितों की पोशाक का प्रबन्धक था। वह यरूशलेम की नई बस्ती में रहती थी। उन्होंने उससे बात की।
उसके उच्चाधिकारियों ने भी स्वयं अपनी इच्छा से जनता को, पुरोहितों को और उप-पुरोहितों को बलि-पशु दिए। परमेश्वर के भवन के मुख्य अधिकारी हिल्कियाह, जकर्याह और यहीएल ने पास्का-पर्व में चढ़ाने के लिए पुरोहितों और उप-पुरोहितों को भेड़ों और बकरियों के दो हजार छ: सौ बच्चे और तीन सौ बछड़े दिए।
भाइयो और बहिनो! अन्त में यह : जो कुछ सच है, आदरणीय है; जो कुछ न्यायसंगत है, निर्दोष है; जो कुछ प्रीतिकर है, मनोहर है, जो कुछ भी उत्तम है, प्रशंसनीय है : ऐसी बातों का मनन किया करें।