1 राजाओं 14:9 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)9 किन्तु तूने दुष्कर्म करने में अपने पूर्वजों को भी पछाड़ दिया। तूने अपने लिए अन्य देवताओं की प्रतिमाएं प्रतिष्ठित कीं, धातु की मूर्तियाँ ढालीं। यों तूने मुझे चिढ़ाया, और मुझ से अपना मुंह मोड़ लिया। अध्याय देखेंपवित्र बाइबल9 किन्तु तुमने बहुत से भीषण पाप किये हैं। तुम्हारे पाप उन सभी के पापों से अधिक हैं जिन्होंने तुम से पहले शासन किया। तुमने मेरा अनुसरण करना बन्द कर दिया है। तुमने मूर्तियाँ और अन्य देवाता बनाये। इसने मूझे बहुत क्रोधित किया। इससे मैं बहुत क्रुद्ध हुआ हूँ। अध्याय देखेंHindi Holy Bible9 तू ने उन सभों से बढ़कर जो तुझ से पहिले थे बुराई, की है, और जा कर पराये देवता की उपासना की और मूरतें ढालकर बनाईं, जिस से मुझे क्रोधित कर दिया और मुझे तो पीठ के पीछे फेंक दिया है। अध्याय देखेंपवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)9 तू ने उन सभों से बढ़कर जो तुझ से पहले थे बुराई की है, और जाकर पराये देवता की उपासना की और मूरतें ढालकर बनाईं, जिससे मुझे क्रोधित कर दिया और मुझे तो पीठ के पीछे फेंक दिया है। अध्याय देखेंसरल हिन्दी बाइबल9 मगर तुमने तो ऐसी बुराई की है, जो तुमसे पहले हुए उनसे भी बुरी है; तुमने अपने लिए पराए देवता बना लिए, धातु की मूर्तियां गढ़ लीं और मेरे क्रोध को भड़का दिया. तुमने तो मुझे अपने ही पीछे फेंक दिया है. अध्याय देखेंइंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 20199 तूने उन सभी से बढ़कर जो तुझ से पहले थे बुराई, की है, और जाकर पराए देवता की उपासना की और मूरतें ढालकर बनाईं, जिससे मुझे क्रोधित कर दिया और मुझे तो पीठ के पीछे फेंक दिया है। अध्याय देखें |
उन्होंने कनान देश के किलाबंद नगरों पर, और उपजाऊ भूमि पर कब्जा कर लिया; उन्होंने उनके मकानों पर अधिकार कर लिया, जो धन-धान्य से भरे थे, जहाँ खुदे हुए हौद, अंगूर और जैतून के उद्यान थे; जहाँ असंख्य फलदायक वृक्ष थे। अत: उन्हें खाने के लिए भरपूर भोजन मिला, और वे खा-खाकर मुटा गए। वे तेरी अपार भलाई के कारण मजा करने लगे।
तब उस आकृति ने हाथ के समान कुछ बढ़ाया, और मेरे सिर के बालों का गुच्छा पकड़ लिया, और आत्मा ने मुझे आकाश और भूमि के मध्य उठा लिया। वह मुझे परमेश्वर के दर्शन में यरूशलेम ले गया। मैं ने परमेश्वर के दर्शन में यह देखा कि मैं यरूशलेम के मन्दिर के भीतरी आंगन के प्रवेश-द्वार पर खड़ा हूं जो उत्तर दिशा में है, और जहां ‘ईष्र्या की मूर्ति’ का सिंहासन है, और जिसको देखकर ईष्र्या जाग्रत होती है।