Biblia Todo Logo
ऑनलाइन बाइबिल
- विज्ञापनों -




1 राजाओं 12:6 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

6 रहबआम ने धर्मवृद्धों से विचार-विमर्श किया। जब राजा सुलेमान जीवित था, उन दिनों में ये धर्मवृद्ध उसकी परिचर्या करते थे। रहबआम ने पूछा, ‘आप मुझे क्‍या सलाह देते हैं? मैं इन लोगों को क्‍या उत्तर दूं?’

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबल

6 कुछ अग्रज लोग थे जो सुलैमान के जीवित रहते उसके निर्णय करने में सहायता करते थे। इसलिए राजा रहूबियाम ने इन व्यक्तियों से पूछा कि उसे क्या करना चाहिये। उसने कहा, “आप लोग क्या सोचते हैं, मुझे इन लोगों को क्या उत्तर देना चाहिये?”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

Hindi Holy Bible

6 तब राजा रहूबियाम ने उन बूढ़ों से जो उसके पिता सुलैमान के जीवन भर उसके साम्हने उपस्थित रहा करते थे सम्मति ली, कि इस प्रजा को कैसा उत्तर देना उचित है, इस में तुम क्या सम्मति देते हो?

अध्याय देखें प्रतिलिपि

पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

6 तब राजा रहूबियाम ने उन बूढ़ों से जो उसके पिता सुलैमान के जीवन भर उसके सामने उपस्थित रहा करते थे सम्मति ली, “इस प्रजा को कैसा उत्तर देना उचित है, इस में तुम क्या सम्मति देते हो?”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

सरल हिन्दी बाइबल

6 इसी समय राजा रिहोबोयाम ने उन पुरनियों से सलाह ली, जो उसके पिता शलोमोन के जीवन भर उसके सेवक रहे थे. उसने पूछा, “मेरे लिए आपकी क्या राय है? मैं इन लोगों को क्या उत्तर दूं?”

अध्याय देखें प्रतिलिपि

इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

6 तब राजा रहबाम ने उन बूढ़ों से जो उसके पिता सुलैमान के जीवन भर उसके सामने उपस्थित रहा करते थे, सम्मति ली, “इस प्रजा को कैसा उत्तर देना उचित है, इसमें तुम क्या सम्मति देते हो?”

अध्याय देखें प्रतिलिपि




1 राजाओं 12:6
10 क्रॉस रेफरेंस  

अबशालोम ने अहीतोफल से पूछा, ‘आप लोग सलाह दीजिए। अब हमें क्‍या करना चाहिए?’


अबशालोम ने कहा, ‘अर्की हूशय को भी बुलाओ। हम उसकी भी सलाह सुनें। वह क्‍या कहता है?’


सौभाग्‍यशाली हैं आपकी स्‍त्रियां! सौभाग्‍यशाली हैं आपके ये दरबारी, जो आपकी सेवा में सदा प्रस्‍तुत रहते और आपकी बुद्धिमत्तापूर्ण बातें सुनते हैं।


राजा सुलेमान समस्‍त इस्राएल देश का राजा था।


ये उसके उच्‍च पदाधिकारी थे: पंचांग अधिकारी : पुरोहित सादोक का पुत्र अजर्याह;


वृद्ध स्‍त्री-पुरुष में बुद्धि होती है; लम्‍बी आयु वालों में समझ होती है!


मैंने हृदय में सोचा, “जो आयु में बड़े हैं, पहले उनको बोलने दो; बड़े-बूढ़े ही बुद्धि की बातें सिखाएँ।”


अपने मित्र को, और अपने पिता के मित्र को कभी मत छोड़ना; अपने संकट के दिन अपने भाई के घर में पैर मत रखना। दूर रहनेवाले भाई से पास रहनेवाला पड़ोसी उत्तम है।


तब अजर्याह बेन-होशाया, योहानान बेन-कारेह तथा अन्‍य ढीठ लोगों ने यिर्मयाह को उत्तर दिया, ‘आप झूठ बोल रहे हैं। हमारे प्रभु परमेश्‍वर ने आप को यह कहने के लिए नहीं भेजा है कि मिस्र देश में बसने के लिए मत जाओ।


हमारे पर का पालन करें:

विज्ञापनों


विज्ञापनों