31 उसने यारोबआम से यह कहा, ‘तू ये दस टुकड़े ले, क्योंकि इस्राएली राष्ट्र का प्रभु परमेश्वर यों कहता है : “देख, मैं सुलेमान के हाथ से उसका राज्य छीन कर उसके टुकड़े करूंगा। मैं उसके दस टुकड़े, इस्राएली राष्ट्र के दस कुलों पर राज्य करने का अधिकार, तुझे दूंगा।
31 तब अहिय्याह ने यारोबाम से कहा, “इस अंगरखा के दस टुकड़े तुम अपने लिये ले लो। यहोवा इस्राएल का परमेश्वर कहता है: ‘मैं सुलैमान से राज्य को छीन लूँगा और मैं परिवार समूहों में से दस को, तुम्हें दूँगा
31 तब उसने यारोबाम से कहा, दस टुकड़े ले ले; क्योंकि, इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यों कहता है, कि सुन, मैं राज्य को सुलैमान के हाथ से छीन कर दस गोत्र तेरे हाथ में कर दूंगा।
31 तब उसने यारोबाम से कहा, “दस टुकड़े ले ले; क्योंकि, इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यों कहता है, ‘सुन, मैं राज्य को सुलैमान के हाथ से छीन कर दस गोत्र तेरे हाथ में कर दूँगा।
31 यरोबोअम से उन्होंने कहा, “अपने लिए इनमें से दस भाग उठा लो, क्योंकि याहवेह, इस्राएल के परमेश्वर ने यह कहा है, ‘यह देख लेना कि मैं शलोमोन के हाथ से छीनकर तुम्हें दस गोत्रों का अधिकार दे दूंगा,
31 तब उसने यारोबाम से कहा, “दस टुकड़े ले ले; क्योंकि, इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है, ‘सुन, मैं राज्य को सुलैमान के हाथ से छीनकर दस गोत्र तेरे हाथ में कर दूँगा।
इस्राएल प्रदेश के निवासियों ने यहूदा प्रदेश के निवासियों को उत्तर दिया, ‘महाराज के राज्य में हमारे दस भाग हैं। इसके अतिरिक्त हम दस कुल तुमसे बड़े हैं। फिर तुमने हमारा तिरस्कार क्यों किया? अपने राजा को वापस लाने के लिए क्या सर्वप्रथम हमने बात नहीं की थी?’ परन्तु यहूदा प्रदेश के निवासियों का तर्क इस्राएल प्रदेश के निवासियों के तर्क से अधिक प्रभावपूर्ण था।
यों राजा ने जनता का निवेदन नहीं सुना। वस्तुत: प्रभु ने यह पूर्व-निर्धारित कर दिया था जिससे वह अपने वचन को, जो उसने शिलोह के नबी अहियाह के माध्यम से यारोबआम बेन-नबाट से कहा था, पूर्ण कर सके।
यारोबआम ने अपनी पत्नी से यह कहा, ‘उठो और भेष बदलो जिससे लोग तुम्हें पहिचान न सकें कि तुम मेरी पत्नी हो। तब तुम शिलोह नगर जाना। वहाँ नबी अहियाह रहते हैं। उन्होंने मुझसे कहा था कि मैं इस्राएली लोगों पर राज्य करूंगा।
मैंने दाऊद के परिवार से राज्य छीना, और वह तुझे प्रदान किया। फिर भी तूने मेरे सेवक दाऊद के समान आचरण नहीं किया। मेरा सेवक दाऊद मेरी सब आज्ञाओं का पालन करता था। वह सम्पूर्ण हृदय से मेरा अनुसरण करता था। जो कार्य मेरी दृष्टि में उचित है, वह उसी कार्य को करता था।
जब प्रभु ने इस्राएल प्रदेश को दाऊद के राजवंश से अलग किया था, तब इस्राएल प्रदेश के निवासियों ने यारोबआम बेन-नबाट को अपना राजा बनाया था। यारोबआम ने इस्राएल प्रदेश की जनता को प्रभु के मार्ग से भटका दिया, और उससे महापाप कराया।
यों राजा ने जनता का निवेदन नहीं सुना। वस्तुत: प्रभु परमेश्वर ने यह पूर्व-निर्धारित कर दिया था जिससे वह अपने वचन को, जो उसने शिलोह के नबी अहीयाह के माध्यम से यारोबआम बेन-नबाट से कहा था, पूर्ण कर सके।
शमूएल ने उससे कहा, ‘आज प्रभु ने इस्राएली राज्य को फाड़कर तेरे हाथ से अलग कर दिया, और उसको तेरे पड़ोसी के हाथ में सौंप दिया। तेरा पड़ोसी तुझसे श्रेष्ठ है।