शाऊल यहोवा का चुना हुआ राजा था। इसलिये उसके सात पुत्रों को हम लोगों के सामने लाया जाये। तब हम लोग उन्हें शाऊल के गिबा पर्वत पर यहोवा के सामने फाँसी चढ़ा देंगे।” राजा दाऊद ने कहा, “मैं उन पुत्रों को तुम्हें दे दूँगा।”
यहूदा के लोगों में इस सन्देश की घोषणा करो: यरूशलेम नगर के हर एक व्यक्ति से कहो, “सारे देश में तुरही बजाओ।” जोर से चिल्लाओ और कहो, “एक साथ आओ, हम सभी रक्षा के लिये दृढ़ नगरों को भाग निकलें।”
“बिन्यामीन के लोगों, अपनी जान लेकर भागो, यरूशलेम नगर से भाग चलो! युद्ध की तुरही तकोआ नगर में बजाओ! बेथक्केरेम नगर में खतरे का झण्डा लगाओ! ये काम करो क्योंकि उत्तर की ओर से विपत्ति आ रही है। तुम पर भयंकर विनाश आ रहा है।
शोमरोन के लोग बेतावेन में बछड़ों की पूजा करते हैं। ऐसे लोगों को वास्तव में विलाप करना होगा। वे याजक वास्तव में विलाप करेंगे क्योंकि उसकी सुन्दर मूर्ति कही चली गई है। उसे कहीं उठा ले जाया गया।
“हे इस्राएल, तू एक वेश्या के समान आचरण करती है। किन्तु यहूदा को अपराधी मत बनने दे। तू गिलगाल अथवा बेतावेन के पास मत जा। यहोवा के नाम पर कसमें मत खा। ऐसा मत कह, ‘यहोवा के जीवन की सौगन्ध!’
“तुम अपने होंठों से नरसिंगा लगाओ और चेतावनी फूँको। यहोवा के भवन के ऊपर तुम उकाब से बन जाओ। इस्राएल के लोगों ने मेरी वाचा को तोड़ दिया; उन्होंने मेरे विधान का पालन नहीं किया।
सिय्योन पर नरसिंगा फूँको। मेरे पवित्र पर्वत पर चेतावनी सुनाओ। उन सभी लोगों को जो इस धरती पर रहते हैं, तुम भय से कँपा दो। यहोवा का विशेष दिन आ रहा है। यहोवा का विशेष दिन पास ही आ पहुँचा है।
जब वे यरीहो को पराजित कर चुके तब यहोशू ने कुछ लोगों को ऐ भेजा। ऐ, बेतेल के पूर्व बेतावेन के पास था। यहोशू ने उनसे कहा, “ऐ जाओ और उस क्षेत्र की कमजोरियों को देखो।” इसलिए लोग उस देश में जासूसी करने गए।
“एप्रैम के कुछ लोग अमालेक के पहाड़ी प्रदेश में बसे। ऐ बिन्यामीन, तुम्हारे बाद वे लोग और तुम्हारे लोग आए। माकीर के परिवार समूह से सेनापति आगे आए। काँसे के दण्ड सहित नायक आए जबूलून परिवार समूह से।
किन्तु शमूएल का घर रामा में था। इसलिए शमूएल सदा रामा को लौट जाता था। शमूएल ने उसी नगर से इस्राएल का न्याय और शासन किया और शमूएल ने रामा में यहोवा के लिये एक वेदी बनाई।