बीते काल में अतल्याह के पुत्र, परमेश्वर के मन्दिर में बलपूर्वक घुस गए थे। उन्होंने यहोवा के मन्दिर की पवित्र चीज़ों का उपयोग अपने बाल देवताओं की पूजा के लिये किया था। अतल्याह एक दुष्ट स्त्री थी।
तुम अपने से पूछ सकते हो, “यह बुरी विपत्ति मुझ पर क्यों आई” ये विपत्तियाँ तुम्हारे अनेक पापों के कारण आई। तुम्हारे पापों के कारण तुम्हें निर्वस्त्र किया गया और जूते ले लिये गए। उन्होंने यह तुम्हें लज्जित करने को किया।
तुमने अपने सुन्दर वस्त्र लिये और उनका उपयोग अपनी पूजा के स्थानों को सजाने के लिये किया। तुमने उन स्थानों पर एक वेश्या की तरह काम किया। तुमने अपने को उस हर व्यक्ति को अर्पित किया जो वहाँ आया!
मैंने तुम्हें रोटी, मधु और तेल दिये। किन्तु तुमने वह भोजन अपनी देवमूर्तियों को दिया। तुमने उसे अपने असत्य देवताओं को प्रसन्न करने के लिये सुगन्धि के रूप में भेंट किया। तुमने उन असत्य देवताओं के साथ वेश्या जैसा व्यवहार किया!” मेरे स्वामी यहोवा ने ये बातें कहीं।
और वे दिखायेंगे कि वे तुमसे कितनी घृणा करते हैं! वे तुम्हारी हर एक चीज़ ले लेंगे जो तुमने कमाई है। वे तुम्हें रिक्त और नंगा छोड़ देंगे! लोग तुम्हारे पापों को स्पष्ट देखेंगे। वे समझेंगे कि तुमने एक वेश्या की तरह व्यवहार किया और बुरे सपने देखे।
इस्राएल एक ऐसी दाखलता है जिस पर बहुतेरे फल लगते हैं। इस्राएल ने परमेश्वर से अधिकाधिक वस्तुऐं पाई किन्तु वह झूठे देवताओं के लिये अनेकानेक वेदियाँ बनाता ही चला गया। उसकी धरती अधिकाधिक उत्तम होने लगी सो वह अच्छे से अच्छा पत्थर झूठे देवताओं को मान देने के लिये पधराता गया।
“एप्रैम ने स्वयं को इस्राएल में अत्यन्त महत्वपूर्ण बना लिया। एप्रैम जब बोला करता था, तो लोग भय से थरथर काँपा करते थे किन्तु एप्रैम ने पाप किये उसने बाल को पूजना शुरू कर दिया।
यदि वह अपने इस व्यभिचार को छोड़ने से मना करे तो मैं उसे एक दम नंगा कर दूँगा। मैं उसे वैसा करके छोड़ूँगा जैसा वह उस दिन थी, जब वह पैदा हुई थी। मैं उसके लोगों को उससे छींन लूँगा और वह ऐसी हो जायेगी जैसे कोई वीरान रेगिस्तान होता है। मैं उसे प्यासा मार दूँगा।
जैसे डाकू किसी की घात में छुपे रहते हैं कि उस पर हमला करें, वैसे ही शकेम की राह पर याजक घात में बैठे रहते हैं। जो लोग वहाँ से गुजरते हैं वे उन्हें मार डालते हैं। उन्होंने बुरे काम किये हैं।
बहुत से लोगों के बीच याकूब के बचे हुए लोग उस सिंह जैसे होंगे जो जंगल के पशुओं के बीच होता है। जब सिंह बीच से गुजरता है तो वह वहीं जाता है, जहाँ वह जाना चाहता है। वह पशु पर टूट पड़ता है और उस पशु को कोई बचा नहीं सकता है। उसके बचे हुए लोग ऐसे ही होंगे।
इसलिए ठीक समय आने से पहले अर्थात् जब तक प्रभु न आ जाये, तब तक किसी भी बात का न्याय मत करो। वही अन्धेरे में छिपी बातों को उजागर करेगा और मन की प्रेरणा को प्रकट करेगा। उस समय परमेश्वर की ओर से हर किसी की उपयुक्त प्रशंसा होगी।