अहाब के राज्य काल में बेतेल के हीएल ने यरीहो नगर को दुबारा बनाया। जिस समय हीएल ने नगर बनाने का काम आरम्भ किया, उसका बड़ा पुत्र अबीराम मर गया और जब हीएल ने नगर द्वार बनाये, उसका सबसे छोटा पुत्र सगूब मर गाय। यह ठीक वैसा ही हुआ जैसा यहोवा ने नून के पुत्र यहोशू से बातें करते हुए कहा था।
उस हत्यारों के नगरों को धिक्कार है। नीनवे, ऐसा नगर है जो झूठों से भरा है। यह दूसरे देशों के लूट के माल से भरा है। यह उन बहुत सारे लोगों से भरा है जिनका उसने पीछा किया और जिन्हें इसने मार डाला है!
निश्चय ही, ये लोग उसकी हँसी उड़ाते हुये यह कहेंगे, ‘उस पर हाय पड़े जो इतने दिनों तक लूटता रहा है। जो ऐसे उन वस्तुओं को हथियाता रहा है जो उसकी नहीं थी! जो कितने ही लोगों को अपने कर्ज के बोझ तले दबाता रहा है।’
उस समय, यहोशू ने शपथ के साथ महत्वपूर्ण बातें कहीं उसने कहा: “कोई व्यक्ति जो यरीहो नगर के पुन: निर्माण का प्रयत्न करेगा यहोवा की ओर से खतरे में पड़ेगा। जो व्यक्ति नगर की नींव रखेगा, अपने पहलौठे पुत्र को खोएगा। जो व्यक्ति फाटक लगाएगा वह अपने सबसे छोटे पुत्र को खोएगा।”
मैंने देखा कि वह स्त्री संत जनों और उन व्यक्तियों के लहू पीने से मतवाली हुई है। जिन्होंने यीशु के प्रति अपने विश्वास की साक्षी को लिए हुए अपने प्राण त्याग दिए। उसे देखकर मैं बड़े अचरज में पड़ गया।