तुम्हारी सारी भूमि में जैतून के पेड़ होंगे। किन्तु तुम उसके कुछ भी तेल का उपयोग नहीं कर सकोगे। क्यों? क्योंकि तुम्हारे जैतून के पेड़ अपने फलों को नष्ट होने के लिये गिरा देंगे।
यहोवा ने तुम्हें एक नाम दिया था। उन्होंने तुम्हें कहा, ‘हरा भरा जैतून वृक्ष कहा था जिसकी सुन्दरता देखने योग्य है।’ किन्तु एक प्रबल आँधी के गरज के साथ, यहोवा उस वृक्ष में आग लगा देगा और इसकी शाखायें जल जाएंगी।
तुम अपने बीज बोओगे किन्तु तुम उनसे भोजन नहीं प्राप्त करोगे। तुम घानी में पेर कर अपने जैतून का तेल निचोड़ोगे किन्तु तुम्हें उतना भी तेल नहीं मिलेगा जो अर्घ्य देने को प्रयाप्त हो। तुम अपने अंगूरों को खूंद कर निचोड़ोगे किन्तु तुमको वह दाखमधु पीने को काफी नहीं होगा।