मूसा ने कहा, “तुमने वही किया है जो यहोवा ने आदेश दिया। तुन लोग यहोवा की महिमा देखोगे।”
हारून ने इस्राएल के सभी लोगों को सम्बोधित किया। वे सभी एक स्थान पर इकट्ठे थे। जब हारून बातें कर रहा था तभी लोग मुड़े और उन्होंने मरूभूमि की ओर देखा और उन्होंने यहोवा की महिमा को बादल में प्रकट होते देखा।
यहोवा की दिव्यज्योति सीनै पर्वत पर उतरी। बादल ने छः दिन तक पर्वत को ढके रखा। सातवें दिन यहोवा, बादल में से मूसा से बोला।
मैं इस्राएल के लोगों से उस स्थान पर मिलूँगा और वह स्थान मेरे तेज के कारण पवित्र बन जाएगा।
वहाँ पूर्व से इस्राएल के परमेश्वर की महिमा उतरी। परमेश्वर का आवाज समुद्र के गर्जन के समान ऊँचा था। परमेश्वर की महिमा से भूमि प्रकाश से चमक उठी थी।
मूसा और हारून मिलापवाले तम्बू में गए और फिर बाहर आकर उन्होंने लोगों को आशीर्वाद दिया। यबोवा की उपस्थिति से सभी लोगों के सामने तेज प्रकट हुआ।
इसलिए सभयी लोग मिलापवाले तम्बू में आए और वे सभयी उन चीज़ों को लाए जिनके लिए मूसा ने आदेश दिया था। सभी लोग यहोवा के सामने खड़े हुए।