उस दिन तुम अपने घरों से दो—दो रोटियाँ लाओ। ये रोटियाँ उत्तोलन भेंट होगी। खमीर का उपयोग करो और चार क्वार्ट आटे की रोटियाँ बनाओ। वह तुम्हारी पहली फसल से यहोवा की भेंट होगी।
तब मूसा ने उस मेढ़े की छाती को लिया और यहोवा के सामने उत्तोलन बलि के लिए ऊपर उठवाया। याजकों को नियुक्त करने के लिए यह मूसा के हिस्से का मेढ़ा था। यह ठीक वैसा ही था जैसा यहोवा ने मूसा को आदेश दिया था।
यहूदी और ग़ैर यहूदी आपस में एक दूसरे से नफ़रत करते थे और अलग हो गये थे। ठीक ऐसे जैसे उन के बीच कोई दीवार खड़ी हो। किन्तु मसीह ने स्वयं अपनी देह का बलिदान देकर नफ़रत की उस दीवार को गिरा दिया।