यदि कोई व्यक्ति छिपे छिपे अपने पड़ोसी के लिये दुर्वचन कहे, मैं उस व्यक्ति को ऐसा करने से रोकूँगा। मैं लोगों को अभिमानी बनने नहीं दूँगा और मैं उन्हें सोचने नहीं दूँगा, कि वे दूसरे लोगों से उत्तम हैं।
“तुम किसी को किसी बात के लिए अपराधी कहते समय बहुत सावधान रहो। किसी व्यक्ति पर झूठे दोष न लगाओ। किसी निर्दोष व्यक्ति को उस अपराध के दण्ड के द्वारा मत मरने दो जो उसने नहीं किया। कोई व्यक्ति जो निर्दोष की हत्या करे, दुष्ट है। और मैं उस दुष्ट व्यक्ति को क्षमा (माफ़) नहीं करूँगा।
मेरे लोग मेरे विरुद्ध हो गए हैं, और वे बहुत हठी हैं। वे लोगों के बारे में बुरी बातें कहते घूमते हैं। वे उस काँसे और लोहे की तरह हैं जो चकमहीन और जंग खाये हैं।
रूशलेम के लोग अन्य लोगों के बारें में झूठ बोलते हैं। वे यह उन भोले लोगों को मार डालने के लिये करते हैं। लोग पर्वतों पर असत्य देवताओं की पूजा करने जाते हैं और तब वे यरूशलेम में उनके मैत्री—भोजन को खाने आते हैं। “‘यरूशलेम में लोग अनेक यौन—सम्बन्धी पाप करते हैं।
इसी प्रकार वृद्ध महिलाओं को सिखाओ कि वे पवित्र जनों के योग्य उत्तम व्यवहार वाली बनें। निन्दक न बनें तथा बहुत अधिक दाखमधु पान की लत उन्हें न हो। वे अच्छी-अच्छी बातें सिखाने वाली बनें
मैं आपको चोट पहुँचाना नहीं चाहता! आप इसे अपनी आँखों से देख सकते हैं! यहोवा ने आज आपको गुफा में मेरे हाथों में दे दिया था। किन्तु मैंने आपको मार डालने से इन्कार किया। मैंने आप पर दया की। मैंने कहा, ‘मैं अपने स्वामी को चोट नहीं पहुँचाऊँगा। शाऊल यहोवा का चुना हुआ राजा है!’