अय्यूब के बच्चे जब जेवनार दे चुकते तो अय्यूब बड़े तड़के उठता और अपने हर बच्चे की ओर से होमबलि अर्पित करता। वह सोचता, “हो सकता है, मेरे बच्चे अपनी जेवनार में परमेश्वर के विरुद्ध भूल से कोई पाप कर बैठे हों।” अय्यूब इसलिये सदा ऐसा किया करता था ताकि उसके बच्चों को उनके पापों के लिये क्षमा मिल जाये।
उस दिन तुम सादोक के परिवार के लोगों को एक नया बैल पाप बलि के रूप में दोगे। ये व्यक्ति लेवी परिवार समूह के हैं। वे याजक होते हैं। वे भेंट उन पुरुषों के पास लाएंगे और इस प्रकार मेरी सेवा करेंगे।’” मेरे स्वामी यहोवा ने यह कहा।
इसके साथ ही वेदी को तैयार करने और इसे परमेश्वर को समर्पित करने के, वे सात दिन पूरे हो जाएंगे। आठवें दिन और उसके आगे याजक तुम्हारी होमबलि और मेल बलि वेदी पर चढ़ा सकते हैं। तब मैं तुम्हें स्वीकार करुँगा।” मेरे स्वामी यहोवा ने यह कहा।
तब मूसा ने हारून से ये बातें कहीं, “जाओ और वह करो जिसके लिए यहोवा ने आदेश दिया था। वेदी के पास जाओ और पापबलि तथा होमबलि चढ़ाओ। यह सब अपने और लोगों के पापों के भुगतान के लिए करो। तुम लोगों की लायी हुई बलि को लो और उसे यहोवा को अर्पित करो। यह उनके पापों का भुगतान होगा।”
जिसके लिए दूसरे महायाजकों के समान यह आवश्यक न हो कि वह दिन प्रतिदिन पहले अपने पापों के लिए और फिर लोगों के पापों के लिए बलियाँ चढ़ाए। उसने तो सदा-सदा के लिए उनके पापों के हेतु स्वयं अपने आपको बलिदान कर दिया।
बकरों और बछड़ों के लहू को लेकर उसने प्रवेश नहीं किया था बल्कि सदा-सर्वदा के लिए भेंट स्वरूप अपने ही लहू को लेकर परम पवित्र स्थान में प्रविष्ट हुआ था। इस प्रकार उसने हमारे लिए पापों से अनन्त छुटकारे सुनिश्चित कर दिए हैं।
किन्तु भीतरी कक्ष में केवल प्रमुख याजक ही प्रवेश करता था और वह भी साल में एक बार। वह बिना उस लहू के कभी प्रवेश नहीं करता था जिसे वह स्वयं अपने द्वारा और लोगों के द्वारा अनजाने में किए गए पापों के लिए भेंट चढ़ाता था।