तब मूसा ने हारून से ये बातें कहीं, “जाओ और वह करो जिसके लिए यहोवा ने आदेश दिया था। वेदी के पास जाओ और पापबलि तथा होमबलि चढ़ाओ। यह सब अपने और लोगों के पापों के भुगतान के लिए करो। तुम लोगों की लायी हुई बलि को लो और उसे यहोवा को अर्पित करो। यह उनके पापों का भुगतान होगा।”
जिसके लिए दूसरे महायाजकों के समान यह आवश्यक न हो कि वह दिन प्रतिदिन पहले अपने पापों के लिए और फिर लोगों के पापों के लिए बलियाँ चढ़ाए। उसने तो सदा-सदा के लिए उनके पापों के हेतु स्वयं अपने आपको बलिदान कर दिया।
किन्तु भीतरी कक्ष में केवल प्रमुख याजक ही प्रवेश करता था और वह भी साल में एक बार। वह बिना उस लहू के कभी प्रवेश नहीं करता था जिसे वह स्वयं अपने द्वारा और लोगों के द्वारा अनजाने में किए गए पापों के लिए भेंट चढ़ाता था।