राजा ने इस्राएल को बहुत सम्पन्न बना दिया। यरूशलेम नगर में चाँदी इतनी सामान्य थी जितनी चट्टानें, देवदारू की लकड़ी और पहाडों पर उगने वाले असंख्य अंजीर के पेड़ सामान्य थे।
सुलैमान ने यरूशलेम में बहुत सा चाँदी और सोना इकट्ठा किया। उसने इतना अधिक चाँदी और सोना इकट्ठा किया कि वह चट्टानों सा सामान्य हो गया। सुलैमान ने देवदार की बहुत सी लकड़ी इकट्ठी की। उसने देवदार की इतनी अधिक लकड़ी इकट्ठी की, कि वह पश्चिमी पहाड़ी प्रदेश के गूलर के वृक्ष समान सामान्य हो गयी।
“हो सकता है ईटें गिर जायें किन्तु हम इसका और अधिक मजबूत पत्थरों से निर्माण लेंगे। सम्भव है छोटे—छोटे पेड़ काट गिराये जायें। किन्तु हम वहाँ नये पेड़ खड़े कर देंगे और ये नये पेड़ विशाल तथा मजबूत पेड़ होंगे।”
प्रभु ने कहा, “यदि तुममें सरसों के दाने जितना भी विश्वास होता तो तुम इस शहतूत के पेड़ से कह सकते ‘उखड़ जा और समुद्र में जा लग।’ और वह तुम्हारी बात मान लेता।
किन्तु भीड़ के कारण उसे भीतर लाने का रास्ता न पाते हुए वे ऊपर छत पर जा चढ़े और उन्होंने उसे उसके बिस्तर समेत छत के बीचोबीच से खपरेल हटाकर यीशु के सामने उतार दिया।