वे घोड़े की तरह दिखते हैं और ऐसे दौड़ते हैं जैसे युद्ध के घोड़े हों।
देखो, कोड़ों की फटकार, पहियों का शोर, और घोड़ों की टापें सुनाई दे रही हैं, और साथ—साथ उछलते रथों का शब्द सुनाई दे रहा है!
और अब देखो कि वे टिड्डी युद्ध के लिए तैयार किए गए घोड़ों जैसी दिख रहीं थीं। उनके सिरों पर सुनहरी मुकुट से बँधे थे। उनके मुख मानव मुखों के समान थे।
उस समय अश्वों की टापों ने भूमि पर हथौड़ा चलाया। सीसरा के अश्व भागते गए, भागते गए।