किन्तु तुम फिर कहते रहते हो, ‘हम निरपराध हैं। परमेश्वर मुझ पर क्रोधित नहीं है।’ अत: मैं तुम्हें झूठ बोलने वाला अपराधी होने का भी निर्णय दूँगा। क्यों क्योंकि तुम कहते हो, “मैंने कुछ भी बुरा नहीं किया है।”
मैं तुम्हें बताता हूँ, यही मनुष्य नेक ठहराया जाकर अपने घर लौटा, न कि वह दूसरा। क्योंकि हर वह व्यक्ति जो अपने आप को बड़ा समझेगा, उसे छोटा बना दिया जायेगा और जो अपने आप को दीन मानेगा, उसे बड़ा बना दिया जायेगा।”