जब शाम हुई उसके शिष्य झील पर गये
और जब शाम हुई तो नाव झील के बीचों-बीच थी और वह अकेला धरती पर था।
शादी में यीशु और उसके शिष्यों को भी बुलाया गया था।
और एक नाव में बैठकर वापस झील के पार कफरनहूम की तरफ़ चल पड़े। अँधेरा काफ़ी हो चला था किन्तु यीशु अभी भी उनके पास नहीं लौटा था।