वहाँ पानी भरने के पत्थर के छह मटके रखे थे। ये मटके वैसे ही थे जैसे यहूदी पवित्र स्नान के लिये काम में लाते थे। हर मटके में कोई बीस से तीस गैलन तक पानी आता था।
तो फिर आओ, हम सच्चे हृदय, निश्चयपूर्ण विश्वास अपनी अपराधपूर्ण चेतना से हमें शुद्ध करने के लिए किए गए छिड़काव से युक्त अपने हृदयों को लेकर शुद्ध जल से धोए हुए अपने शरीरों के साथ परमेश्वर के निकट पहुँचते हैं।
मूसा जब व्यवस्था के विधान के सभी आदेशों को सब लोगों को घोषणा कर चुका तो उसने जल के साथ बकरों और बछड़ों के लहू को लाल ऊन और हिस्सप की टहनियों से चर्मपत्रों और सभी लोगों पर छिड़क दिया था।