तब व्यक्ति ने कहा, “तुम्हारा नाम याकूब नहीं रहेगा। अब तुम्हारा नाम इस्राएल होगा। मैं तुम्हें यह नाम इसलिए देता हूँ कि तुमने परमेश्वर के साथ और मनुष्यों के साथ युद्ध किया है और तुम हराए नहीं जा सके हो।”
यदि कोई व्यक्ति छिपे छिपे अपने पड़ोसी के लिये दुर्वचन कहे, मैं उस व्यक्ति को ऐसा करने से रोकूँगा। मैं लोगों को अभिमानी बनने नहीं दूँगा और मैं उन्हें सोचने नहीं दूँगा, कि वे दूसरे लोगों से उत्तम हैं।
हमने पाप किये थे और हमने अपने यहोवा से मुख मोड़ लिया था। यहोवा से हम विमुख हुए और उसे त्याग दिया। हमने बुरे कर्मों की योजना बनाई थी। हमने ऐसी उन बातों की योजना बनाई थी जो हमारे परमेश्वर के विरोध में थी। हमने वे बातें सोची थी और दूसरों को सताने की योजना बनाई थी।
ये लोग तुम्हारे अपने भाई हैं। तुम्हारे अपने परिवार के सदस्य तुम्हारे विरुद्ध योजना बना रहे हैं। तुम्हारे अपने परिवार के लोग तुम पर चीख रहे हैं। यदि वे मित्र सच भी बोलें, उन पर विश्वास न करो।”
मेरे लोग मेरे विरुद्ध हो गए हैं, और वे बहुत हठी हैं। वे लोगों के बारे में बुरी बातें कहते घूमते हैं। वे उस काँसे और लोहे की तरह हैं जो चकमहीन और जंग खाये हैं।
यहूदा के लोगों की जीभ तेज बाणों की तरह हैं। उनके मुँह से झूठ बरसता है। हर एक व्यक्ति अपने पड़ोसी से अच्छा बोलता है। किन्तु वह छिपे अपने पड़ोसी पर आक्रमण करने की योजना बनाता है।
रूशलेम के लोग अन्य लोगों के बारें में झूठ बोलते हैं। वे यह उन भोले लोगों को मार डालने के लिये करते हैं। लोग पर्वतों पर असत्य देवताओं की पूजा करने जाते हैं और तब वे यरूशलेम में उनके मैत्री—भोजन को खाने आते हैं। “‘यरूशलेम में लोग अनेक यौन—सम्बन्धी पाप करते हैं।
हम सब का एक ही पिता (परमेश्वर) है। उसी परमेश्वर ने हम सभी को बनाया! अत: लोग अपने भाईयों को क्यों ठगते हैं वे लोग प्रकट करते हैं कि वे उस वाचा का सम्मान नहीं करते। वे उस वाचा का सम्मान नहीं करते जिसे हमारे पूर्वजों ने परमेश्वर के साथ किया।
यह भी परमेश्वर की इच्छा है कि इस विषय में कोई अपने भाई के प्रति कोई अपराध न करे या कोई अनुचित लाभ न उठाये, क्योंकि ऐसे सभी पापों के लिए प्रभु दण्ड देगा जैसा कि हम तुम्हें बता ही चुके हैं और तुम्हें सावधान भी कर चुके हैं।