राजा का घराना और दिबोन के निवासी अपना दु:ख रोने को ऊँचे पर पूजास्थलों में चले गये। मोआब के निवासी नबो और मेदबा के लिये रोते हैं। उन सभी लोगों ने अपनी दाढ़ी और सिर अपना शोक दर्शाने के लिये मुड़ाये थे।
मेरा मन दु:ख से मोआब के लिये रोता है। लोग कहीं शरण पाने को दौड़ रहे हैं। वे सुदूर जोआर में जाने को भाग रहे हैं। लोग दूर के देश एग्लतशलीशिय्या को भाग रहे हैं। लोग लूहीत की पहाड़ी चढ़ाई पर रोते बिलखाते हुए भाग रहे हैं। लोग होरोनैम के मार्ग पर और वे बहुत ऊँचे स्वर में रोते बिलखते हुए जा रहे हैं।
उस व्यक्ति को वैसा ही होने दो जैसे वे नगर जिन्हें यहोवा ने नष्ट किया। यहोवा ने उन नगरों पर कुछ भी दया नहीं की। उस व्यक्ति को सवेरे युद्ध का उद्घोष सुनने दो, और दोपहर को युद्ध की चीख सुनने दो।
यहोवा कहता है: “ध्यान दो, शत्रु के सैनिक उत्तर में एक साथ मोर्चा लगा रहे हैं। वे तटों को डूबाती तेज नदी की तरह आएंगे वे पूरे देश को बाढ़ सा ढक लेंगे। वे नगरों और उनमें रह रहे निवासियों को ढक लेंगे। उस देश का हर एक रहने वाला सहायता के लिये चिल्लाएगा।
“हेशबोन और एलाले नगरों के लोग रो रहे हैं। उनका रूदन दूर यहस के नगर में भी सुनाई पड़ रहा है। उनका रूदन सोआर नगर से सुनाई पड़ रहा है और होरोनैम एवं एग्लथ शेलिशिया के दूर नगरों तक पहुँच रहा है। यहाँ तक कि निम्रीम का भी पानी सुखे गया है।