वे सैनिक बार—बार ठोकर खायेंगे, वे एक दूसरे पर गिरेंगे। वे कहेंगे, ‘उठो, हम फिर अपने लोगों में चलें, हम अपने देश चलें। हमारा शत्रु हमें पराजित कर रहा है। हमें अवश्य भाग निकलना चाहिये।’
मिस्र की सेना में भाड़े के सैनिक मोटे बछड़ों से हैं। वे सभी मुड़कर भाग खड़े होंगे। वे आक्रमण के विरुद्ध दृढ़ता से खड़े नहीं रहेंगे। उनकी बरबादी का समय आ रहा है। वे शीघ्र ही दण्ड पाएंगे।
बाबुल के लोगों को उनकी फसलें न उगाने दो। उन्हें फसलें न काटने दो। बाबुल के सैनिक ने अपने नगर में अनेकों बन्दी लाए थे। अब शत्रु के सैनिक आ गए हैं, अत: वे बन्दी अपने घर लौट रहे हैं। वे बन्दी अपने देशों को वापस भाग रहे हैं।
हमने बाबुल को स्वस्थ करने को प्रयत्न किया, किन्तु वह स्वस्थ न हुआ। अत: हम उसे छोड़ दे और अपने अपने देशों को लौट चले। बाबुल का दण्ड आकाश का परमेश्वर निश्चित करेगा, वह निर्णय करेगा कि बाबुल का क्या होगा। वह बादलों के समान ऊँचा हो गया है।