यहूदी ने पत्रक से पढ़ना आरम्भ किया। किन्तु जब वह दो या तीन पक्तियाँ पढ़ता, राजा यहोयाकीम पत्रक को पकड़ लेता था। तब वह उन पक्तियों को एक छोटे चाकू से पत्रक में से काट डालता था और उन्हें अंगीठी में फेंक देता था। अन्तत: पूरा पत्रक आग में जला दिया गया
इसलिये यिर्मयाह ने बारुक नामक एक व्यक्ति को बुलाया। बारुक, नेरिय्याह नामक व्यक्ति का पुत्र था। यिर्मयाह ने उन सन्देशों को कहा जिन्हें यहोवा ने उसे दिया था। जिस समय यिर्मयाह सन्देश दे रहा था उसी समय बारुक उन्हें पत्रक पर लिख रहा था।
यहूदा के कुछ लोग तलवार से मरने से बच निकलेंगे। वे मिस्र से यहूदा वापस लौटेंगे। किन्तु बहुत थोड़े से यहूदा के लोग बच निकलेंगे। तब यहूदा के बचे हुए वे लोग जो मिस्र में आकर रहेंगे यह समझेंगे कि किसका सन्देश सत्य घटित होता है। वे जानेंगे कि मेरा सन्देश अथवा उनका सन्देश सच निकलता है।