उन राजकीय अधिकारियों ने उस पत्रक से सभी सन्देश सुने। तब वे डर गए और एक दूसरे को देखने लगे। उन्होंने बारुक से कहा, “हमें पत्रक के सन्देश के बारे में राजा यहोयाकीम से कहना होगा।”
अत: राजा यहोयाकीम ने यहूदी को पत्रक को लेने भेजा। यहूदी शास्त्री एलीशामा के कमरे से पत्रक को लाया। तब यहूदी ने राजा और उसके चारों ओर खड़े सभी सेवकों को पत्रक को पढ़ कर सुनाया।