तब मैंने (यिर्मयाह) रेकाबी परिवार के सामने कुछ प्यालों के साथ दाखमधु से भरे कुछ कटोरे रखे और मैंने उनसे कहा, “थोड़ी दाखमधु पीओ।”
सो अब तुम जाओ और अपना खाना खाओ और उसका आनन्द लो। अपना दाखमधु पिओ और खुश रहो। यदि तुम ये बातें करते हो तो ये बातें परमेश्वर से समर्थित है।
“यिर्मयाह, रेकाबी परिवार के पास जाओ। उन्हें यहोवा के मन्दिर के बगल के कमरों में से एक में आने के लिये निमन्त्रित करो। उन्हें पीने के लिये दाखमधु दो।”
“किन्तु तुम लोगों ने नाजीरों को दाखमधु पिलाई। तुमने नबियों को भविष्यवाणी करने से रोका।
ऐसे ही बाज़ार से लाये खाने को वे बिना धोये नहीं खाते। ऐसी ही और भी अनेक रुढ़ियाँ हैं, जिनका वे पालन करते हैं। जैसे कटोरों, कलसों, ताँबे के बर्तनों को माँजना, धोना आदि।
यह मैंने तुम्हें यह देखने के लिये लिखा है कि तुम परीक्षा में पूरे उतरते हो कि नहीं और सब बातों में आज्ञाकारी रहोगे या नहीं।