यिर्मयाह 35:17पवित्र बाइबल“अत: इस्राएल के लोगों का परमेश्वर सर्वशक्तिमान यहोवा यह कहता है: ‘मैंने कहा कि यहूदा और यरूशलेम के लिये बहुत सी बुरी घटनायें घटेंगी। मैं उन बुरी घटनाओं को शीघ्र ही घटित कराऊँगा। मैंने उन लोगों को समझाया, किन्तु उन्होंने मेरी एक न सुनी। मैंने उन्हें पुकारा, किन्तु उन्होंने उत्तर नहीं दिया।’” अध्याय देखें |
जब मैं घर आया था, मैंने वहाँ किसी को नहीं पाया। मैंने बार—बार पुकारा किन्तु किसी ने उत्तर नहीं दिया। क्या तुम सोचते हो कि तुमको मैं नहीं बचा सकता हूँ मैं तुम्हारी विपत्तियों से तुम्हें बचाने की शक्ति रखता हूँ। देखो, यदि मैं समुद्र को सूखने को आदेश दूँ तो वह सूख जायेगा। मछलियाँ प्राण त्याग देंगी क्योंकि वहाँ जल न होगा और उनकी देह सड़ जायेंगी।
किन्तु तुम्हारे भाग्य का निर्धारण तो मैं करता हूँ। मैं तलवार से तुम्हें दण्ड दूँगा। जो तुम्हें दण्ड देगा, तुम सभी उसके आगे मिमिआने लगोगे। मैंने तुम्हें पुकारा किन्तु तुमने कोई उत्तर नहीं दिया। मैंने तुमसे बातें कीं किन्तु तुमने सुना तक नहीं। तुम उन कामों को ही करते रहे जिन्हें मैंने बुरा कहा था। तुमने उन कामों को करने की ही ठान ली जो मुझे अच्छे नहीं लगते थे।”
इसलिये मैंने यह निश्चय किया है कि मैं उनकी जूती उन्हीं के सिर करूँगा। मेरा यह मतलब है कि मैं उनको दण्ड दूँगा उन वस्तुओं को काम में लाते हुये जिनसे वे बहुत डरते हैं। मैंने उन लोगों को पुकारा था किन्तु उन्होंने नहीं सुना। मैंने उनसे बोला था किन्तु उन्होंने सुना ही नहीं। इसलिये अब मैं भी उनके साथ ऐसा ही करूँगा। वे लोग उन सभी बुरे कामों को करते रहे हैं जिनको मैंने बुरा बताया था। उन्होंने ऐसे काम करने को चुने जो मुझको नहीं भाते थे।”
यहोवा अर्थात् मैं यहोयाकीम और उसकी सन्तान को दण्ड दूँगा और मैं उसके अधिकारियों को दण्ड दूँगा। मैं यह करुँगा क्योंकि वे दुष्ट हैं। मैंने उन पर तथा यरूशलेम के सभी निवासियों पर और यहूदा के लोगों पर भयंकर विपत्ति ढाने की प्रतिज्ञा की है। मैं अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार उन पर सभी बुरी विपत्तियाँ ढाऊँगा क्योंकि उन्होंने मेरी अनसुनी की है।’”