वे उसके घर को छोड़कर पहाड़ियों में चले गए। जहाँ वे तीन दिन रुके। राजा के व्यक्तियों ने पूरी सड़क पर उनकी खोज की। तीन दिन बाद राजा के व्यक्तियों ने खोज बन्द कर दी। वे उन्हें नहीं ढूँढ पाए, सो वे नगर में लौट आए
अबशालोम के सेवक उस घर की स्त्री के पास आए। उन्होंने पूछा, “योनातन और अहीमास कहाँ हैं?” उस स्त्री ने अबशालोम के सेवकों से कहा, “वे पहले ही नाले को पार कर गए हैं।” अबशालोम के सेवक तब योनातन और अहीमास की खोज में चले गए। किन्तु वे उनको न पा सके। अत: अबशालोम के सेवक यरूशलेम लौट गए।
तब दोनों व्यक्तियों ने यहोशू के पास लौटना आरम्भ किया। व्यक्तियों ने पहाड़ियाँ छोड़ीं और नदी को पार किया। वे नून के पुत्र यहोशू के पास गए। उन्होंने जो कुछ पता लगाया था, यहोशू को बताया।