शिमोनी लोगों की भूमि यहूदा के प्रदेश के भाग से ली गई थी। यहूदा के पास उन लोगों की आवश्यकता से अधिक भूमि थी। इसलिए शिमोनी लोगों को उनकी भूमि का भाग मिला।
उनका क्रोध एक अभिशाप है। ये अत्याधिक कठोर और अपने पागलपन में क्रोधित हैं। याकूब के देश में इनके परिवारों की अपनी भूमि नहीं होगी। वे पूरे इस्राएल में फैलेंगे।”
उन लोगों ने अपने परिवार के हर एक व्यक्ति को भोजन दिया। जब भोजन नापा गया तो हर एक व्यक्ति के लिए सदा पर्याप्त रहा, किन्तु कभी भी आवश्यकता से अधिक नहीं हुआ। हर व्यक्ति ने ठीक अपने लिए तथा अपने परिवार के खाने के लिए पर्याप्त इकट्ठा किया।
बड़ा परिवार समूह अधिक भूमि पाएगा और छोटा परिवार समूह कम भूमि पाएगा। किन्तु हर एक परिवार समूह को भूमि मिलेगी जिसके लिए मैंने वचन दिया है और जो भूमि वे पाएंगे वह उनकी गिनी गई संख्या के बराबर होगी।
उन्होंने वे सारे खेत नगरों के साथ पाए जो बालत्बेर तक फैले थे। (यह नेगव क्षेत्र में रामा ही है।) इस प्रकार यह वह प्रदेश था, जो शिमोनी लोगों के परिवार समूह को दिया गया। हर एक ने इस भूमि को प्राप्त किया।