इस्राएल के सभी लोग शीलो नामक स्थान पर इकट्ठा हुए। उस स्थान पर उन्होंने मिलापवाले तम्बू को खड़ा किया। इस्राएल के लोगो उस प्रदेश पर शासन करते थे। उन्होंने उस प्रदेश के सभी शत्रुओं को हराया था।
यारोबाम ने अपनी पत्नी से कहा, “शीलो जाओ। जाओ और अहिय्याह नबी से मिलो। अहिय्याह वह व्यक्ति है जिसने कहा था कि मैं इस्राएल का राजा बनूँगा। अपने वस्त्र ऐसे पहनों कि कोई न समझे कि तुम मेरी पत्नी हो।
सुलैमान ने एब्यातार से कहा कि तुम याजक के रूप में यहोवा की सेवा करते नहीं रह सकते। यह सब वैसे ही हुआ, जैसा यहोवा ने होने के लिये कहा था। परमेश्वर ने याजक एली और उसके परिवार के बारे में शीलो में यह कहा था और एब्यातार एली के परिवार से था।
धरती वह उन वंशजों ने ले ली। वहाँ रह रहे कनानियों को उन्होंने हरा दिया। पराजित कराया तूने उनसे उन लोगों को। साथ उन प्रदेशों के और उन लोगों के वे जैसा चाहें वैसा करें ऐसा था तूने करा दिया।
यदि तुम मेरी आज्ञा का पालन नहीं करते तो मैं अपने यरूशलेम के मन्दिर को शीलो के पवित्र तम्बू की तरह कर दूँगा। सारे विश्व के लोग अन्य नगरों के लिये विपत्ति माँगने के समय यरूशलेम के बारे में सोचेंगे।’”
यहोवा के नाम पर ऐसी बातें करने का साहस तुम कैसे करते हो तुम यह कैसे कहने का साहस करते हो कि यह मन्दिर शीलो के मन्दिर की तरह नष्ट होगा तुम यह कहने का साहस कैसे करते हो कि यरूशलेम बिना किसी निवासी के मरुभूमि बनेगा!” सभी लोग यिर्मयाह के चारों ओर यहोवा के मन्दिर में इकट्ठे हो गए।
जब हम सभी को भूमि प्राप्त कराने में यहोवा सहायता कर चुके तब तुम घर वापस जा सकते हो। तब यहोवा और इस्राएल तुमको अपराधी नहीं मानेंगे। तब यहोवा तुमको यह प्रदेश लेने देगा।
हमारे पूर्वज उसे प्राप्त करके तभी वहाँ से आये थे जब यहोशू के नेतृत्त्व में उन्होंने उन जातियों से यह धरती ले ली थी जिन्हें हमारे पूर्वजों के सम्मुख परमेश्वर ने निकाल बाहर किया था। दाऊद के समय तक वह वहीं रहा।
इसलिए चुने गये व्यक्ति उस भूमि को देखने और उस का विवरण लिखने चले गये। यहोशू ने उनसे कहा, “जाओ, और उस प्रदेश की जाँच करो तथा उसके विवरण तैयार करो। तब मेरे पास लौटो। उस समय मैं यहोवा से कहूँगा कि जो देश तुम्हें मिलेगा उसे चुनने में वे मेरी सहायता करें।”
इस प्रकार ये सारे प्रदेश इस्राएल के विभिन्न परिवार समूह को दिये गए। प्रदेश का बँटवारा करने के लिये शिलो में याजक एलीआज़र नून का पुत्र यहोशू और हर एक परिवार समूह के प्रमुख एकत्र हुए। वे यहोवा के सामने मिलापवाले तम्बू के द्वार पर इकट्ठे हुए थे। इस प्रकार उन्होंने प्रदेश का विभाजन पूरा कर लिया था।
यह कनान प्रदेश में शीलो नगर में हुआ। लेवी शासकों ने उनसे कहा, “यहोवा ने मूसा को आदेश दिया था। उसने आदेश दिया था कि तुम हम लोगों को रहने के लिये नगर दोगे और तुम हम लोगों को मैदान दोगे जिसमें हमारे जानवर चर सकेंगे।”
“‘यदि तुम्हारा प्रदेश उपासना के लिये उपयुक्त नहीं है तो हमारे प्रदेश में आओ। यहोवा का तम्बू हमारे प्रदेश में है। तुम हमारे कुछ प्रदेश ले सकते हो और उनमें रह सकते हो। किन्तु यहोवा के विरुद्ध मत होओ। अन्य वेदी मत बनाओ। हम लोगों के पास पहले से ही अपने परमेश्वर यहोवा की वेदी मिलापवाले तम्बू में है।
अत: रूबेन, गाद और मनश्शे के परिवार समूह के आधे लोगों ने इस्राएल के अन्य लोगों से विदा ली। वे कनान में शीलो में थे। उन्होंने उस स्थान को छोड़ा और वे गिलाद को लौटे। यह उनका अपना प्रदेश था। मूसा ने उनको यह प्रदेश दिया था, क्योंकि यहोवा ने उसे ऐसा करने का आदेश दिया था।
उन बारह हजार सैनिकों ने यावेश गिलाद में चार सौ ऐसी स्त्रियों को पाया, जिन्होंने किसी पुरुष के साथ शारीरिक सम्बन्ध नहीं किया था। सैनिक उन स्त्रीयों को शीलो नगर के डेरे पर ले आए। शीलो कनान प्रदेश में है।
हम लोगों के सामने एक उपाय है। यह शीलो नगर में यहोवा के लिये उत्सव का समय है। यह उत्सव यहाँ हर वर्ष मनाया जाता है।” (शीलो नगर बेतेल नगर के उत्तर में है और उस सड़क के पूर्व में है जो बेतेल से शकेन को जाती है। और यह लबोना नगर के दक्षिण में भी है।)
जब लड़का ठोस भोजन करने योग्य बड़ा हो गया, तब हन्ना उसे शीलो में यहोवा के आराधनालय पर ले गई। हन्ना अपने साथ तीन वर्ष का एक बैल, बीस पौंड आटा और एक मशक दाखमधु भी ले गई।
एल्काना हर वर्ष अपने नगर रामातैमसोपीम को छोड़ देता था और शीलो नगर जाता था। एल्काना सर्वशक्तिमान यहोवा की उपासना शीलो में करता था और वहाँ यहोवा को बलि भेंट करता था। शीलो वह स्थान था, जहाँ होप्नी और पीनहास यहोवा के याजक के रूप में सेवा करते थे। होप्नी और पीनहास एली के पुत्र थे।