यूसुफ के परिवार समूहों ने यहोशू से बातें कीं और कहा, “तुमने हमें भूमि का केवल एक क्षेत्र दिया। किन्तु हम बहुत से लोग हैं। तुमने हम लगों को उस देश का एक भाग ही क्यों दिया जिसे यहोवा ने अपने लोगों को दिया?”
किन्तु उसके पिता ने तर्क दिया और कहा, “पुत्र, मैं जानता हूँ। मनश्शे का जन्म पहले है और वह महान होगा। वह बहुत से लोगों का पिता भी होगा। किन्तु छोटा भाई बड़े भाई से बड़ा होगा और छोटे भाई का परिवार उससे बहुत बड़ा होगा।”
इस प्रकार इस्राएल ने उस दिन उन्हें आशीर्वाद दिया। उसने कहा, “इस्राएल के लोग तुम्हारे नाम का प्रयोग आशीर्वाद देने के लिए करेंगे, तुम्हारे कारण कृपा प्राप्त करेंगे। लोग प्रार्थना करेंगे, ‘परमेश्वर तुम्हें एप्रैम और मनश्शे के समान बनाये।’” इस प्रकार इस्राएल ने एप्रैम को मनश्शे से बड़ा बनाया।
मैंने तुमको ऐसा कुछ दिया है जो तुम्हारे भाईयों को नहीं दिया है। मैं तुमको वह पहाड़ देता हूँ जिसे मैंने एमोरी लोगों से जीता था। उस पहाड़ के लिए मैंने अपनी तलवार और अपने धनुष से युद्ध किया था और मेरी जीत हुई थी।”
बड़ा परिवार समूह अधिक भूमि पाएगा और छोटा परिवार समूह कम भूमि पाएगा। किन्तु हर एक परिवार समूह को भूमि मिलेगी जिसके लिए मैंने वचन दिया है और जो भूमि वे पाएंगे वह उनकी गिनी गई संख्या के बराबर होगी।
और यहोशू ने उनको उत्तर दिया, “यदि तुम लोग संख्या में अधिक हो तो पहाड़ी प्रदेश के जंगलों में ऊपर चढ़ो और वहाँ अपने रहने के लिये स्थान बनाओ। यह प्रदेश परिज्जयों और रपाइ लोगों का है। यदि एप्रैम का पहाड़ी प्रदेश तुम लोगों की आवश्यकता से बहुत छोटा है तो उस भूमि को ले लो।”