उस समय से अब तक एदोम का देश यहूदा के विरुद्ध विद्रोही रहा है। लिब्ना नगर के लोग भी यहोराम के विरुद्ध हो गए। यह इसलिए हुआ कि यहोराम ने पूर्वजों के, यहोवा परमेश्वर को छोड़ दिया।
सिदकिय्याह जब यहूदा का राजा हुआ, वह इक्कीस वर्ष का था। सिदकिय्याह ने यरूशलेम में ग्यारह वर्ष तक राज्य किया उसकी माँ का नाम हमूतल था जो यिर्मयाह की पुत्री थी। हमूतल का परिवार लिब्ना नगर का था।
उस दिन यहोशू ने मक्केदा को हराया। यहोशू ने राजा और उस नगर के लोगों को मार डाला। वहाँ कोई व्यक्ति जीवित न छोड़ा गया। यहोशू ने मक्केदा के राजा के साथ भी वही किया जो उसने यरीहो के राजा के साथ किया था।
यहोवा ने इस्राएल के लोगों को उस नगर और उसके राजा को पराजित करने दिया। इस्राएल के लोगों ने उस नगर के हर एक व्यक्ति को मार डाला। कोई व्यक्ति जीवित नहीं छोड़ा गया और लोगों ने राजा के साथ वही किया जो उन्होंने यरीहो के राजा के साथ किया था।
लोगों ने नगर की हर एक चीज़ नष्ट की। उन्होंने वहाँ के हर एक जीवित प्राणी को नष्ट किया। उन्होंने युवक, वृद्ध, युवतियों, वृद्धाओं, भेड़ों और गधों को मार डाला।
तुम ऐ और उसके राजा के साथ वही करोगे, जो तुमने यरीहो और उसके राजा के साथ किया। केवल इस बार तुम नगर की सारी सम्पत्ति और पशु—धन लोगे और अपने पास रखोगे। फिर तुम अपने लोगों के साथ उसका बँटवारा करोगे। अब तुम अपने कुछ सैनिकों को नगर के पीछे छिपने का आदेश दो।”
यहोशू ने ऐ के राजा को एक पेड़ पर फाँसी देकर लटका दिया। उसने उसे शाम तक पेड़ पर लटके रहने दिया। सूरज ढले यहोशू ने राजा के शव को पेड़ से उतारने की आज्ञा दी। उन्होंने उसके शरीर को नगर द्वार पर फेंक दिया और उसके शरीर को कई शिलाओं से ढक दिया। शिलाओं का वह ढेर आज तक वहाँ है।