युद्ध के बाद, यहोशू के सैनिक मक्केदा में उनके पास आए। उस प्रदेश में किसी भी जाति के लोगों में से कोई भी इतना साहसी नहीं था कि वह लोगों के विरुद्ध कुछ कह सके।
किन्तु इस्राएल के किसी व्यक्ति को कोई चोट नहीं पहुँचेगी। यहाँ तक कि उन पर कोई कुत्ता तक नहीं भौंकेगा। इस्राएल के लोगों के किसी व्यक्ति या किसी जानवर को कोई चोट नहीं पहुँचेगी। इस प्रकार तुम लोग जानोगे कि मैंने मिस्रियों के साथ इस्राएल वालों से भिन्न व्यवहार किया है।
“तुझे हराने के लिए लोग हथियार बनायेंगे किन्तु वे हथियार तुझे कभी हरा नहीं पायेंगे। कुछ लोग तेरे विरोध में बोलेंगे। किन्तु हर ऐसे व्यक्ति को बुरा प्रमाणित किया जायेगा जो तेरे विरोध में बोलेगा।” यहोवा कहता है, “यहोवा के सेवकों को क्या मिलता है उन्हें न्यायिक विजय मिलती है। यह उन्हें मुझसे मिलती हैं।”
इस प्रकार यहोशू और इस्राएल के लोगों ने शत्रु को मार डाला। किन्तु शत्रुओं में से जो कुछ अपने सुदृढ़ परकोटों से घिरे नगरों में पहुँच जाने में सफल हो गए और छिप गए। वे व्यक्ति नहीं मारे गए।