तब करुब (स्वर्गदूतों) ने अपने पंख खोले और हवा में उड़ गए। मैंने उन्हें मन्दिर को छोड़ते देखा! चक्र उनके साथ चले। तब वे यहोवा के मन्दिर के पूर्वी द्वार पर ठहरे। इस्राएल के परमेश्वर का तेज हवा में उनके ऊपर था।
यहोवा ने मुझसे कहा, “यह फाटक बन्द रहेगा। यह खोला नहीं जाएगा। कोई भी इससे होकर प्रवेश नहीं करेगा। क्यों क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर यहोवा इससे प्रवेश कर चुका है। अत: यह बन्द रहना चाहिए।