मैंने एक दीवार देखी जो मन्दिर के बाहर चारों ओर से घेरती थी। उस व्यक्ति के हाथ में चीजों को नापने की एक छड़ थी। यह एक बालिश्त और एक हाथ लम्बी थी। अत: उस व्यक्ति ने दीवार की मोटाई नापी। वह एक छड़ मोटी थी। उस व्यक्ति ने दीवार की ऊँचाई नापी। यह एक छड़ ऊँची थी।
“वेदी की माप, हाथों और इससे लम्बी माप का उपयोग करके, यह है। वेदी की नींव के चारों ओर एक गन्दा नाला था। यह एक हाथ गहरा और हर ओर एक हाथ चौड़ा था। इसके सिरे के चारों ओर एक बालिश्त नौ इंच ऊँची किनारी थी। वेदी कितनी ऊँची थी, वह यह थी।
नगर को वर्गाकार में बसाया गया था। यह जितना लम्बा था उतना ही चौड़ा था। उस स्वर्गदूत ने उस छड़ी से उस नगरी को नापा। वह कोई बारह हज़ार स्टोडिया पायी गयी। उसकी लम्बाई, चौड़ाई और ऊँचाई एक जैसी थी।