मैं नील नदी को सूखी भूमि बना दूँगा। तब मैं सूखी भूमि को बुरे लोगों को बेच दूँगा। मैं अजनबियों का उपयोग उस देश को खाली करने के लिये करूँगा। मैं यहोवा ने, यह कहा है!”
बाबुल की नदियों के विरुद्ध तलवार उठने दो। वे नदियाँ सूख जाएंगी। बाबुल देश में असंख्य देवमूर्तियाँ हैं। वे मूर्तियाँ प्रकट करती हैं कि बाबुल के लोग मूर्ख हैं। अत: उन लोगों के साथ बुरी घटनायें घटेंगी।
अत: यहोवा कहता है, “यहूदा मैं तुम्हारी रक्षा करूँगा। मैं यह निश्चय देखूँगा कि बाबुल को दण्ड मिले। मैं बाबुल के समुद्र को सुखा दूँगा और मैं उसके पानी के सोतों को सुखा दूँगा।
अजनबी तुम्हारे साथ विदेशी जैसा व्यवहार करेंगे, और तुमको मार डालेंगे। ये घटनाएँ होंगी क्योंकि मेरे पास आदेश शक्ति है!’” मेरे स्वामी यहोवा ने ये बातें कहीं।
कहो, ‘मेरा स्वामी यहोवा यह कहता है: “‘मिस्र के राजा फिरौन, मैं तुम्हारे विरुद्ध हूँ। तुम नील नदी के किनारे विश्राम करते हुए विशाल दैत्य हो। तुम कहते थे, “यह मेरी नदी है! मैंने यह नदी बनाई है!”
अजनबी अत्याधिक भयंकर राष्ट्रों ने इसे काट डाला और छोड़ दिया। वृक्ष की शाखायें पर्वतों पर और सारी घाटी में गिरीं। उस प्रदेश में बहने वाली नदियों में वे टूटे अंग बह गए। वृक्ष के नीचे कोई छाया नहीं रह गई, अत: सभी लोगों ने उसे छोड़ दिया।
यदि यहोवा सागर को घुड़के तो सागर भी सूख जाये। सारी ही नदियों को वह सूखा सकत है! बाशान और कर्म्मेल की हरी—भरी भूमि सूख कर मर जाया करती है। लबानोन के फूल मुरझा कर गिर जाता हैं।
यहोवा इस्राएल के लोगों पर बहुत क्रोधित हुआ। इसलिए यहोवा ने शत्रुओं को इस्राएल के लोगों पर आक्रमण करने दिया और उनकी सम्पत्ति लेने दी। उनके चारों ओर रहने वाले शत्रुओं को यहोवा ने उन्हें पराजित करने दिया। इस्राएल के लोग अपनी रक्षा अपने शत्रुओं से नहीं कर सके।