इस्राएल विश्वासघातिनी थी और यहूदा जानती थी कि मैंने उसे क्यों दूर हटाया। यहूदा जानती थी कि मैंने उसको इसलिए अस्वीकृत किया कि उसने व्यभिचार का पाप किया था। किन्तु इसने उसकी विश्वासघाती बहन को डराया नहीं। यहूदा डरी नहीं। यहूदा भी निकल गई और उसने वेश्या की तरह काम किया।
वे मिस्र में तब वेश्यायें हो गई जब छोटी लड़कियाँ हीं थीं। मिस्र में उन्होंने प्रथम प्रेम किया और लोगों को अपने चुचुक और अपने नवोदित स्तनों को पकड़ने दिया।
बड़ी लड़की ओहोला नाम की थी और उसकी बहन का नाम ओहोलीबा था। वे मेरी हो गयीं ओर उनके पुत्र—पुत्रियाँ उत्पन्न हुयीं। (ओहोला वस्तुत: शोमरोन है और ओहोलीबा वस्तुत: यरूशलेम है।)
तब मैंने एक स्त्री से बातें कीं, जो व्यभिचार से शिथिल हो गई थी। मैंने उससे कहा, ‘क्या वे उसके साथ व्यभिचार करते रह सकते हैं, और वह उनके साथ करती रह सकती है’
“किन्तु अच्छे लोग उनका न्याय अपराधी के रूप में करेंगे। वे उन स्त्रियों का न्याय व्यभिचार का पाप करने वालियों और हत्यारिनों के रूप में करेंगे। क्यों क्योंकि ओहोला और ओहोलीबा ने व्यभिचार का पाप किया है और उस रक्त से उनके हाथ अब भी रंगे हैं जिन्हें उन्होंने मार डाला था।”