“ये सब कुछ इस्राएल के झूठे नबियों के लिये होगा। वे नबी यरूशलेम के लोगों से बातचीत करते हैं। वे नबी कहते हैं कि शान्ति होगी, किन्तु कोई शान्ति नहीं हैं।” मेरे स्वामी यहोवा ने उन बातों को कहा।
यहूदा में सिदकिय्याह के राज्यकाल के चौथे वर्ष के पाँचवें महीने में हनन्याह नबी ने मुझसे बात की। हनन्याह अज्जूर नामक व्यक्ति का पुत्र था। हनन्याह गिबोन नगर का रहने वाला था। हनन्याह ने जब मुझसे बातें की, तब वह यहोवा के मन्दिर में था। याजक और सभी लोग भी वहाँ थे। हनन्याह ने जो कहा वह यह है:
“यिर्मयाह, बाबुल के सभी बन्दियों को यह सन्देश भेजो: ‘नेहलामी परिवार के शमायाह के बारे में जो यहोवा कहता है, वह यह है: शमायाह ने तुम्हारे सामने भविष्यवाणी की, किन्तु मैंने उसे नहीं भेजा। शमायाह ने तुम्हें झूठ में विश्वास कराया है। शमायाह ने यह किया है।
मेरे लोग बहुत बुरी तरह चोट खाये हुये हैं। नबी और याजक मेरे लोगों के घाव भरने का प्रयत्न ऐसे करते हैं, मानों वे छोटे से घाव हों। वे कहते हैं, ‘यह बहुत ठीक है, यह बिल्कुल ठीक है।’ किन्तु यह सचमुच ठीक नहीं हुआ है।
नबी और याजक हमारे लोगों के घावों को भरने का प्रयत्न ऐसे करते हैं मानों वे छोटे से घाव हों। वे कहते हैं, “यह बिल्कुल ठीक है, यह बिल्कुल ठीक है।” किन्तु यह बिल्कुल ठीक नहीं।
“उन झूठे नबियों ने बार—बार मेरे लोगों से झूठ बोला। नबियों ने कहा कि शान्ति रहेगी और वहाँ कोई शान्ति नहीं है। लोगों को दीवारें दृढ़ करनी है और युद्ध की तैयारी करनी हैं। किन्तु वे टूटी दीवारों पर लेप की एक पतली तह चढ़ा रहे हैं।
मैं, दीवार और उस पर लेप चढ़ाने वालों के विरुद्ध अपना क्रोध दिखाना समाप्त कर दूँगा। तब मैं कहूँगा, ‘अब कोई दीवार नहीं है और अब कोई मज़दूर इस पर लेप चढ़ाने वाला नहीं हैं।’