सुनो तो, नगर और मन्दिर से एक ऊँची आवाज़ सुनाई दे रही है। यहोवा द्वारा अपने विरोधियों को, जो दण्ड दिया जा रहा है। वह आवाज उसी की है। यहोवा उन्हें वही दण्ड दे रहा है जो उन्हें मिलना चाहिये।
यहोवा अपने स्थान को तजेगा और वह संसार के लोगों के पापों का न्याय करेगा। उन लोगों के खून को धरती दिखायेगी जिनको मारा गया था। धरती मरे हुए लोगों को और अधिक ढके नहीं रहेगी।
ऐसी बातें घटेंगी क्योंकि यहोवा ने दण्ट देने का एक समय निश्चित कर लिया है। यहोवा ने एक वर्ष ऐसा चुन लिया है जिसमें लोग अपने उन बुरे कामों के लिये जो उन्होंने सिय्योन के विरुद्ध किये हैं, अवश्य ही भुगतान कर देंगे।
यहोवा अपने शत्रु पर क्रोधित है सो यहोवा उन्हें ऐसा दण्ड देगा जैसा उन्हें मिलना चाहिये। यहोवा अपने शत्रुओं से कुपित है सो यहोवा सभी दूर—दूर के देशों के लोगों को दण्ड देगा। यहोवा उन्हें वैसा दण्ड देगा जैसा उन्हें मिलना चाहिये।
आमोस ने कहा: “यहोवा सिय्योन में सिंह की तरह दहाड़ेगा। यहोवा की दहाड़ यरूशलेम से होगी। गड़ेरियों के हरे मैदान सूख जायेंगे। यहाँ तक कि कर्म्मेल पर्वत भी सूखेगा।”