यशायाह 65:25पवित्र बाइबलभेड़िये और मेमनें एक साथ चरते फिरेंगे। सिंह भी मवेशियों के जैसे ही भूसा चरेंगे और भुजंगों का भोजन बस मिट्टी ही होगी। मेरे पवित्र पर्वत पर कोई किसी को भी हानि नहीं पहुँचायेगा और न ही उन्हें नष्ट करेगा।” यह यहोवा ने कहा है। अध्याय देखें |
तब परमेश्वर सभी देशों का न्यायी होगा। परमेश्वर बहुत से लोगों के लिये विवादों का निपटारा कर देगा और वे लोग लड़ाई के लिए अपने हथियारों का प्रयोग करना बन्द कर देंगे। अपनी तलवारों से वे हल के फाले बनायेंगे तथा वे अपने भालों को पौधों को काटने की दँराती के रुप में काम में लायेंगे। लोग दूसरे लोगों के विरुद्ध लड़ना बन्द कर देंगे। लोग युद्ध के लिये फिर कभी प्रशिक्षित नहीं होंगे।
वे तुम्हारे सभी भाइयों और बहनों को सभी देशों से यहाँ ले आयेंगे। तुम्हारे भाइयों और बहनों को वे मेरे पवित्र पर्वत पर यरूशलेम में ले आयेंगे। तुम्हारे भाई बहन यहाँ घोड़ों, खच्चरों, ऊँटों, रथों और पालकियों में बैठ कर आयेंगे। तुम्हारे वे भाई—बहन यहाँ उसी प्रकार से उपहार के रूप में लाये जायेंगे जैसे इस्राएल के लोग शुद्ध थालों में रख कर यहोवा के मन्दिर में अपने उपहार लाते हैं।
वे उन बुरे कामों के लिये लज्जित होंगे जो उन्होंने किये हैं। उन्हें मन्दिर की आकृति समझने दो। उन्हें यह सीखने दो कि वह कैसे बनेगा, उसका प्रवेश—द्वार, निकास—द्वार और इस पर की सारी रूपाकृतियाँ कहाँ होंगी। उन्हें इसके सभी नियमों और विधियों के बारे में सिखाओं और इन्हें लिखो जिससे वे सभी इन्हें देख सकें। तब वे मन्दिर के सभी नियमों और विधियों का पालन करेंगे। तब वे यह सब कुछ कर सकते हैं।
परमेश्वर बहुत सी जातियों का न्याय करेगा। परमेश्वर उन सशक्त देशों के फैसले करेगा, जो बहुत—बहुत दूर हैं और फिर वे देश अपनी तलवारें गलाकर और पीटकर हल की फाली में बदल लेंगे। वे देश अपने भालो को पीटकर ऐसे औजारों मे बदल लेंगे, जिनसे पेड़ों की कांट—छाँट हुआ करती है। देश तलवारें उठाकर आपस में नहीं लड़ेंगे। अब वे युद्ध की विद्याएँ और अधिक नहीं सीखेंगे।