यशायाह 44:5पवित्र बाइबल“लोगों में कोई कहेगा, ‘मैं यहोवा का हूँ।’ तो दूसरा व्यक्ति ‘याकूब’ का नाम लेगा। कोई व्यक्ति अपने हाथ पर लिखेगा, ‘मैं यहोवा का हूँ’ और दूसरा व्यक्ति ‘इस्राएल’ नाम का उपयोग करेगा।” अध्याय देखें |
बहुत से लोग वहाँ जाया करेंगे। वे कहा करेंगे, “हमे यहोवा के पर्वत पर जाना चाहिये। हमें याकूब के परमेश्वर के मन्दिर में जाना चाहिये। तभी परमेश्वर हमें अपनी जीवन विधि की शिक्षा देगा और हम उसका अनुसरण करेंगे।” सिय्योन पर्वत पर यरूशलेम में, परमेश्वर यहोवा के उपदेशों का सन्देश का आरम्भ होगा और वहाँ से वह समूचे संसार में फैलेगा।
तब मैं उन बचे हुए लोगों की जाँच करूँगा। मैं उन्हें बहुत से कष्ट दूँगा। वे कष्ट उस आग की तरह होंगे, जिसे एक व्यक्ति चाँदी की शुद्धता की परख के लिये उपयोग करता है। मैं उनकी जाँच वैसे ही करूँगा, जैसे व्यक्ति सोने की जाँच करता है। तब वे सहायता के लिये मेरी पुकार करेंगे, और मैं उनकी सहायता करूँगा। मैं कहूँगा, ‘तुम मेरे लोग हो।’ और वे कहेंगे, ‘यहोवा मेरा परमेश्वर है।’”