इस पर यशायाह ने उससे पूछा, “उन्होंने तेरे महल में क्या देखा” हिजकिय्याह ने कहा, “मेरे महल की हर वस्तु उन्होंने देखी। मैंने अपनी सारी सम्पत्ति उन्हें दिखाई थी।”
यशायाह नबी राजा हिजकिय्याह के पास गया और उससे बोला, “ये लोग क्या कह रहे हैं ये लोग कहाँ से आये हैं” हिजकिय्याह ने कहा, “ये लोग दूर देश से मेरे पास आये हैं। ये लोग बाबुल से आये हैं।”
वे उन चीजों को खुले स्थान के पहाड़ों पर याद करते हैं। यहूदा के लोगों के पास सम्पत्ति और खजाने हैं। मैं उन चीज़ों को दूसरे लोगों को दूँगा। मैं तुम्हारे देश के सभी उच्च स्थानों को नष्ट करुँगा। तुमने उन स्थानों पर पूजा करके पाप किया है।
तब यहोशू न आकान से कहा, “पुत्र, तुम्हें अपनी प्रार्थना करनी चाहिए। इस्राएल के योहवा परमेश्वर का सम्मान करना चाहिए और उससे तुम्हें अपने पापों को स्वीकार करना चाहिए। मुझे बताओ कि तुमने क्या किया? मुझसे कुछ छिपाने की कोशिश न करो!”
यदि हम अपने पापों को स्वीकार कर लेते हैं तो हमारे पापों को क्षमा करने के लिए परमेश्वर विश्वसनीय है और न्यायपूर्ण है और समुचित है। तथा वह सभी पापों से हमें शुद्ध करता है।