वे लोग ऐसी तलवारों से भाग रहे थे जो उनको मारने को तत्पर थे। वे लोग उन धनुषों से बचकर भाग रहे थे जो उन पर छूटने के लिये तने हुए थे। वे भीषण लड़ाई से भाग रहे थे।
तुम लोग युद्ध में चोरी किया करते हो। वे सभी वस्तुएँ तुमसे ले ली जायेंगी। अनगिनत लोग आयेंगे और तुम्हारी धन—दौलत तुमसे छीन लेंगे। यह उस समय का जैसा होगा जब टिड्डी दल आता है और तुम्हारी सभी फसलों को चट कर जाता है।
“यिर्मयाह, तुम उन्हें यह सन्देश दोगे: ‘यहोवा ऊँचे और पवित्र मन्दिर से गर्जना कर रहा है! यहोवा अपनी चरागाह (लोग) के विरुद्ध चिल्लाकर कह रहा है! उसकी चिल्लाहट वैसी ही ऊँची है, जैसे उन लोगों की, जो अंगूरों को दाखमधु बनाने के लिये पैरों से कुचलते हैं।
वह चिल्लाहट पृथ्वी के सभी लोगों तक जाती है। यह चिल्लाहट किस बात के लिये है यहोवा सभी राष्ट्रों के लोगों को दण्ड दे रहा है। यहोवा ने अपने तर्कपूर्ण निर्णय लोगों के विरुद्ध दिये। उसने लोगों के साथ न्याय किया और वह बुरे लोगों को तलवार के घाट उतार रहा है।’” यह सन्देश यहोवा का है।