यशायाह 26:15पवित्र बाइबलहे यहोवा, तूने जाति को बढ़ाया। जाति को बढ़ाकर तूने महिमा पायी। तूने प्रदेश की सीमाओं को बढ़ाया। अध्याय देखें |
यहोवा ने कहा, “मैंने इस्राएलियों को उनका देश छोड़ने को विवश किया। मैं यहूदा के साथ वैसा ही करूँगा मैं यहूदा को अपनी आँखों से ओझल करूँगा। मैं यरूशलेम को अस्वीकार करूँगा। हाँ, मैंने उस नगर को चुना, और यह वही स्थान है जिसके बारे में मैं (यरूशलेम के बारे में) बातें कर रहा था जब मैंने यह कहा था, ‘मेरा नाम वहाँ रहेगा।’ किन्तु मैं वहाँ के मन्दिर को नष्ट करूँगा।”
तुम्हारे व्यक्ति असंख्य हैं। वे सागर के रेत कणों के समान हैं; किन्तु उनमें से कुछ ही यहोवा की ओर फिर वापस मुड़ आने के लिये बचे रहेंगे। वे लोग परमेश्वर की ओर मुड़ेंगे किन्तु उससे पहले तुम्हारे देश का विनाश हो जायेगा। परमेश्वर ने घोषणा कर दी है कि वह उस धरती का विनाश करेगा और उसके बाद उस धरती पर नेकी का आगमन इस प्रकार होगा जैसे कोई भरपूर नदी बहती है।
‘मैंने इस्राएल और यहूदा के लोगों को अपना देश छोड़ने को विवश किया है। मैं उन लोगों पर बहुत क्रोधित था। किन्तु मैं उन्हें इस स्थान पर वापस लाऊँगा। मैं उन्हें उन देशों से इकट्ठा करुँगा जिनमें जाने के लिये मैंने उन्हें विवश किया। मैं उन्हें इस देश में वापस लाऊँगा। मैं उन्हें शान्तिपूर्वक और सुरक्षित रहने दूँगा।