यशायाह 18:1पवित्र बाइबलउस धरती को देखो जो कूश की नदियों के साथ—साथ फैली है। इस धरती में कीड़े—मकोड़े भरे पड़े हैं। तुम उनके पंखों की भिन्नाहट सुन सकते हो। अध्याय देखें |
उन लोगों को धिक्कार है जो सहायता पाने के लिये मिस्र की ओर उतर रहे हैं। ये लोग घोड़े चाहते हैं। उनका विचार है, घोड़े उन्हें बचा लेंगे। लोगों को आशा है कि मिस्र के रथ और घुड़सवार सैनिक उन्हें बचा लेंगे। लोग सोचते हैं कि वे सुरक्षित इसलिये हैं कि वह एक विशाल सेना है। लोग इस्राएल के पवित्र (परमेश्वर) पर भरोसा नहीं रखते। लोग यहोवा से सहायता नहीं माँगते।
यहोवा कहता है, “मिस्र और कूश ने बहुत वस्तुएँ बनायी थी, किन्तु हे इस्राएल, तुम वे वस्तुएँ पाओगे। सेबा के लम्बे लोग तुम्हारे होंगे। वे अपने गर्दन के चारों ओर जंजीर लिये हुए तुम्हारे पीछे पीछे चलेंगे। वे लोग तुम्हारे सामने झुकेंगे, और वे तुमसे विनती करेंगे।” इस्राएल, परमेश्वर तेरे साथ है, और उसे छोड़ कोई दूसरा परमेश्वर नहीं है।